राज्यसभा अनिश्चितकाल के स्थगित, सत्र में पास हुए 25 विधेयक
संसद के मॉनसून सत्र का आज दसवां दिन है. कांग्रेस ने नेतृत्व में विपक्ष ने कल राज्यसभा और लोकसभा की कार्यवाही का बहिष्कार किया. विपक्षी सांसद सदन से वॉकआउट कर गए. लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला ने देर शाम विपक्षी दलों के सांसदों से मुलाकात की.
नई दिल्ली:
संसद के मॉनसून सत्र का आज दसवां दिन है. कांग्रेस ने नेतृत्व में विपक्ष ने कल राज्यसभा और लोकसभा की कार्यवाही का बहिष्कार किया. विपक्षी सांसद सदन से वॉकआउट कर गए. लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला ने देर शाम विपक्षी दलों के सांसदों से मुलाकात की. उन्होंने कहा कि सदन के बाहर नहीं, भीतर रहना अधिक सार्थक है. मंगलवार को विपक्ष के वॉकआउट के बाद लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला ने विपक्षी नेताओं को अपने चैंबर में चाय पर बुलाया. ओम बिरला के चैंबर में सभी बड़े विपक्षी नेता मौजूद रहे. अधीर रंजन चाौधरी, कल्याण बनर्जी, टीआर बालू, सुप्रिया सूले, गौरव गोगोई, के सुरेश, सौगत राय, विजय कुमार हंसदा बैठक में मौजूद थे.
ओम बिरला ने बैठक में कहा कि सदन के बाहर नहीं, भीतर रहना अधिक सार्थक है. सदन में सहयोग के लिए ओम बिरला ने विपक्ष का धन्यवाद किया. विपक्ष से आगे भी सकारात्मक सहयोग बनाए रखने की अपील की. बैठक में विपक्षी नेताओं ने कहा कि हमारी नाराजगी लोकसभा स्पीकर से नहीं है. विपक्षी नेताओं ने स्पीकर के साथ बैठक में ये भी कहा कि राज्यसभा में जो हुआ उसके कारण लोकसभा से वॉकआउट किया.
राज्यसभा में जम्मू-कश्मीर राजभाषा विधेयक, 2020 को पेश किया गया है. सदन में बिल पर चर्चा हो रही है. बिल लोकसभा से पास हो चुका है.
मजदूरों और कामगारों से जुड़े तीन बिल उपजीविकाजन्य सुरक्षा, स्वास्थ्य और कार्यदशा संहिता, 2020, औद्योगिक संबंध संहिता, 2020 और सामाजिक सुरक्षा संहिता, 2020 राज्यसभा में पास हो गए हैं. तीनों ही बिल लोकसभा से पहले ही पारित हो चुके हैं. राज्यसभा में तीनों बिल ध्वनि मत से पास हुए.
श्रम मंत्री संतोष गंगवार ने कहा कि कांग्रेस सदन से गैर हाजिर है, ये कोई नई बात नहीं है. कांग्रेस ने कभी मजदूरों की चिंता नहीं की. उन्होंने बताया कि 2019 में पेश किए गए विधेयकों को श्रम संबंधी स्थायी समिति को भेजा गया था.
राज्यसभा में केंद्रीय मंत्री प्रकाश जावड़ेकर ने कहा, जब 50 करोड़ मजदूरों को मजदूरी, सामाजिक सुरक्षा और स्वास्थ्य सुरक्षा का आश्वासन देने वाला विधेयक लाया गया है, तो विपक्ष अनुपस्थित है क्योंकि वे जनता से दूर हैं.
अर्हित वित्तीय संविदा द्विपक्षीय नेटिंग विधेयक, 2020 राज्यसभा में पास हो गया है. ये बिल लोकसभा से पहले ही पारित किया जा चुका है.
#WATCH: MPs of Opposition parties march in Parliament premises in protest over farm bills. Placards of 'Save Farmers' & 'Save Farmers, Save Workers, Save Democracy' seen.
Congress' Ghulam Nabi Azad, TMC's Derek O'Brien, and Samajwadi Party's Jaya Bachchan present, among others. pic.twitter.com/PIIxqciFpG
— ANI (@ANI) September 23, 2020विपक्षी दल संसद परिसर में संयुक्त रूप से कृषि के बिल को लेकर विरोध प्रदर्शन कर रहे हैं. साथ ही किसान बचाओ, मजदूर बचाओ, लोकतंत्र बचाओ’ के नारे लग रहे हैं. इस दौरान कांग्रेस के गुलाम नबी आज़ाद, टीएमसी के डेरेक ओ ब्रायन और राकांपा के प्रफुल्ल पटेल समेत कई विपक्षी सांसद मौजूद हैं.
आज मॉनसून सत्र की कार्यवाही का आखिर दिन होगा
सरकार की ओर से राज्यसभा में बताया गया कि सत्र को समय से पहले खत्म करना पड़ा रहा है. राज्यसभा को अनिश्चित काल के लिए स्थगित करने का फैसला लिया गया है. वहीं, लोकसभा द्वारा पारित किए गए कुछ महत्वपूर्ण बिल को आज सदन से पारित कराया जाएगा.
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