कुलभूषण जाधव मामला: अगर ICJ के फैसले को नहीं माना पाकिस्तान तो क्या करेगा भारत
पाकिस्तान में कथित जासूसी के आरोप में फांसी की सजा पाए भारतीय नागरिक कुलभूषण जाधव पर इंटरनेशनल कार्ट का फैसला आ चुका है।
नई दिल्ली:
पाकिस्तान में कथित जासूसी के आरोप में फांसी की सजा पाए भारतीय नागरिक कुलभूषण जाधव पर इंटरनेशनल कार्ट का फैसला आ चुका है। भारत के पक्ष में फैसला सुनाते हुए ICJ ने भारत को काउंसलर एक्सेस देने के साथ ही मामले में आखिरी सुनवाई तक फांसी पर रोक लगा दी है।
अब ऐसे में सवाल उठ रहे हैं कि अगर पाकिस्तान इंटरनेशनल कोर्ट के इस फैसले का नहीं मानता है तो भारत के पास कुलभूषण को बचाने के लिए क्या रास्ते बचेंगे। हम आपको बता रहे हैं कि पाकिस्तान अगर फैसले को नहीं मानता है तो भारत सरकार क्या कर सकती है।
पाकिस्तान अगर इंटरनेशनल कोर्ट के इस फैसले को मानने से इनकार करता है तो भारत संयुक्त राष्ट्र संघ के सुरक्षा परिषद में जा कर मामला उठा सकता है।इंटरनेशनल कोर्ट के फैसले को आधार बनाकर भारत यूएन में पाकिस्तान पर प्रतिबंध लगाने की मांग कर सकता है। यूएन के अधिकार पत्र ( संविधान) के तहत संयुक्त राष्ट्र संघ का हर सदस्य देश इंटरनेशनल कोर्ट के फैसले को मानने के लिए प्रतिबद्ध है।
विशेषज्ञों के मुताबिक इंटरनेशनल कोर्ट का फैसला घरेलू अदालतों के फैसले की तरफ अनिवार्य तौर पर लागू नहीं होता है। इंटरनेशनल कोर्ट के फैसले तभी मान्य हैं जब तक फैसले से जुड़े दोनों देश उस का पालन करना चाहें।
पाकिस्तान अगर फैसले का पालन नहीं करता तो भारत अपने पड़ोसी देश पर प्रतिबंध लगाने की मांग कर सकता है। इसके साथ ही भारत फैसलों को नहीं मानने की स्थिति में पाकिस्तान से अपने हर कूटनीतिक रिश्ते को तोड़ सकता है। पाकिस्तान सैन्य कोर्ट ने भारतीय नागरिक कुलभूषण यादव को जासूसी के आरोप में फांसी की सजा सुनाई है।
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