कर्नाटक में कांग्रेस-जेडीएस गठबंधन के लिए मुश्किलें कम नहीं, लिंगायतों ने मंत्रिमंडल के लिए पेश की दावेदारी
लिंगायत संगठन ऑल इंडिया वीरशैव महासभा ने एच डी कुमारस्वामी को पत्र लिखकर कांग्रेस नेता और वीरशैव समुदाय से आने वाले शमनुरु शिवशंकरप्पा को उपमुख्यमंत्री बनाने की मांग की है।
highlights
- लिंगायत समूह ने उपमुख्यमंत्री पद के लिए अपने समुदाय की दावेदारी पेश की
- 5 अन्य लिंगायत नेताओं को कैबिनेट में मंत्री बनाने की मांग
- कुमारस्वामी सरकार गठन को लेकर दिल्ली में राहुल गांधी से करेंगे मुलाकात
बेंगलुरू:
कर्नाटक में कांग्रेस और जनता दल-सेक्युलर (जेडीएस) गठबंधन के सामने भी सरकार बनाने की मुश्किल कम नहीं दिख रही है। मंत्रिमंडल में नेताओं को शामिल करने को लेकर गतिरोध बढ़ती जा रही है।
अब उपमुख्यमंत्री पद के लिए गठबंधन में अलग-अलग राय बनती दिख रही है जिससे सरकार के गठन का खतरा मंडराने लगा है। लिंगायत समूह ने उपमुख्यमंत्री पद के लिए अपने समुदाय की दावेदारी पेश की है।
लिंगायत संगठन ऑल इंडिया वीरशैव महासभा ने एच डी कुमारस्वामी को पत्र लिखकर कांग्रेस नेता और वीरशैव समुदाय से आने वाले शमनुरु शिवशंकरप्पा को उपमुख्यमंत्री बनाने की मांग की है।
साथ ही संगठन ने नई सरकार में शमनुरु शिवशंकरप्पा को गृह मंत्री और 5 अन्य लिंगायत नेताओं को कैबिनेट में मंत्री बनाने की मांग की है।
हालांकि कांग्रेस और जेडीएस के बीच गठबंधन में नाराजगी की बात से कुमारस्वामी ने इंकार किया है।
कुमारस्वामी ने कहा, 'यह आपको किसने कहा? यह पूरी तरह बनावटी और फर्जी खबर है। यह सही नहीं है।'
वहीं कांग्रेस नेता रामालिंगा रेड्डी ने कहा, 'हम 100 फीसदी खुश हैं, लेने और देने की प्रक्रिया वहां है। बेंगलुरू नगर निगम गठबंधन भी पिछले तीन सालों में आसानी से काम कर रही है। सभी लोगों को मंत्री नहीं बनाया जा सकता है इसलिए दोनों पार्टियों में कुछ लोगों को त्याग करना पड़ेगा। '
गौरतलब है कि एक तरफ कांग्रेस ने दलित को मुख्यमंत्री बनाने का वादा किया था लेकिन चुनावी नतीजों के बाद हुए गठबंधन में जेडीएस नेता एच डी कुमारस्वामी को मुख्यमंत्री बनाने का फैसला लेना पड़ा।
खबरों के मुताबिक कांग्रेस उपमुख्यमंत्री पद की कुर्सी के लिए दलित नेता जी परमेश्वर को चुनने वाली है।
बता दें कि एचडी कुमारस्वामी 23 मई को मुख्यमंत्री पद की शपथ लेने वाले हैं और वे राज्य में सरकार बनाने और राज्य मंत्रिमंडल में विधायकों की संख्या को लेकर दिल्ली में सोमवार को राहुल गांधी और सोनिया गांधी से मुलाकात करने वाले हैं।
अब तक कयास लगाए जा रहे हैं कि मंत्रिमंडल में कांग्रेस के 20 और जेडीएस के 14 विधायकों को जगह मिलने वाली है।
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