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रामगढ़ मॉब लिंचिंग: जयंत सिन्हा ने दी राहुल गांधी को लाइव बहस की चुनौती

रामगढ़ मॉब लिंचिंग के आरोपियों को माला पहनाने के बाद से चौतरफा आलोचना झेल रहे केंद्रीय मंत्री जयंत सिन्हा ने कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी को इस मुद्दे पर लाइव भाषण करने की चुनौती दे दी।

News Nation Bureau
| Edited By :
13 Jul 2018, 10:33:10 AM (IST)

नई दिल्ली:

रामगढ़ मॉब लिंचिंग के आरोपियों को माला पहनाने के बाद से चौतरफा आलोचना झेल रहे केंद्रीय मंत्री जयंत सिन्हा ने कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी को इस मुद्दे पर लाइव बहस करने की चुनौती दे दी।

ट्विटर पर इस मामले को लेकर माफी मांग चुके सिन्हा ने कहा कि कांग्रेस नेता को यदि लगता है कि उनका व्यक्ति आचार-व्यवहार सही नहीं है तो उन्हें मामले में सभ्य तरीके से बहस करनी चाहिए।

उन्होंने 29 जून, 2017 को रामगढ़ में हुई घटना को "परेशान करने वाला और भयानक'' बताते हुए एक नोट शेयर करते हुए ट्विटर पर लिखा, ' मैं राहुल गांधी जी को लाइव बहस के लिए आमंत्रित करता हूं।'

उन्होंने लिखा, ' उन्हें (गांधी) को अपने सोशल मीडिया हैंडल के पीछे छुपकर लुका-छुपी वाली राजनीति से बाहर निकलने दें।'

राहुल गांधी ने 10 जुलाई को दोषी ठहराए गए सात गौरक्षकों के जमानत पर रिहा होने के बाद उन्हें माला पहनाने को घृणित करार दिया और उस ऑनलाइन अभियान का समर्थन किया, जिसमें केंद्रीय मंत्री जयंत सिन्हा के हार्वर्ड अलुम्नाइ स्टेटस को वापस लेने की मांग की गई है।

राहुल ने मंगलवार को ट्वीट किया, 'अगर उच्च शिक्षित सांसद और केंद्रीय मंत्री जयंत सिन्हा द्वारा एक निर्दोष व्यक्ति को पीट-पीट कर मार डालने की घटना में दोषी ठहराए गए अपराधियों को माला पहनाने की घटना आपको घृणा से भर देती है तो इस लिंक पर क्लिक करें और याचिका का समर्थन करें।'

राहुल ने इस संबंध में चेंज डॉट ऑर्ग का एक लिंक भी साझा किया।

हार्वर्ड विश्वविद्यालय से 2018 में स्नातक पास प्रतीक कंवल ने यह अभियान शुरू किया है।

आज अपने नोट में, सिन्हा ने कहा कि कांग्रेस अध्यक्ष ने उनके खिलाफ 'व्यक्तिगत स्तर' पर हमला किया था।

मंत्री ने ट्विटर पर कहा, 'उन्होंने मेरी शिक्षा, मूल्यों और मानवता की निंदा की है। मैं उन्हें रामगढ़ के मुकदमे पर हिंदी या अंग्रेजी में एक लाइव बहस के लिए चुनौती देता हूं।'

सिन्हा ने कहा कि सोशल मीडिया में कई लोग, विभिन्न राजनीतिक दलों और मीडिया आउटलेट्स ने कहा है कि उन्होंने सतर्कता के साथ सहानुभूति व्यक्त की क्योंकि उन्होंने रामगढ़ के अभियुक्तों का स्वागत किया।

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