फाइनल है... उद्धव ठाकरे के फ्लोर टेस्ट के बाद अजित पवार ही होंगे डिप्टी सीएम
एनसीपी विधायक दल की बैठक में यह फैसला सर्वसम्मति से हुआ है कि अतीत को भुलाते हुए अजित को मंत्रिमंडला का हिस्सा बनाया जाना चाहिए.
highlights
- चर्चा है कि फ्लोर टेस्ट के बाद अजित पवार लेंगे डिप्टी सीएम पद की शपथ.
- एनसीपी विधायक दल की बैठक में सर्वसम्मति से किया गया निर्णय.
- शरद पवार ने कुनबे को बचाने के लिए लिया यह फैसला.
Mumbai:
महाराष्ट्र के सीएम बतौर उद्धव ठाकरे भले ही शपथ ले चुके हों, लेकिन डिप्टी सीएम कौन होगा को लेकर कयासों का बाजार गर्म है. एनसीपी-कांग्रेस के समर्थन से शिवसेना की सरकार बनने के बाद अटकल लग रही थीं कि कांग्रेस से बालासाहब थोराट और एनसीपी से जयंत पाटील ही डिप्टी सीएम बनेंगे. इन अटकलों के साथ ही एनसीपी से 'बगावत' कर बीजेपी के देवेंद्र फडणवीस को समर्थन देने वाले अजित पवार के भविष्य पर भी चर्चा हो रही थी. खासकर गुरुवार को आधा दर्जन मंत्रियों के शपथ लेने के बाद से तो इस तरह की अटकलें और तेज हो गई थीं. अब सूत्रों की मानें तो फ्लोर टेस्ट होने के बाद अजित पवार डिप्टी सीएम पद की शपथ ले सकते हैं.
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अतीत को भुला अजित को किया गया माफ
महाराष्ट्र का सियासी संग्राम लगभग एक महीने से जारी था, जिस पर उद्धव ठाकरे के बतौर सीएम शपथ लेने के बाद ही विराम लग सका. हालांकि इस विराम के साथ ही डिप्टी सीएम और मंत्रिमंडल के रूप-स्वरूप पर कयास लगने लगे. सबसे ज्यादा अटकलें अजित पवार के भविष्य को लेकर खासकर उनकी डिप्टी सीएम की संभावनाओं पर लग रही थीं. अब एनसीपी के एक सूत्र ने बताया कि फ्लोर टेस्ट के बाद अजित पवार को उप-मुख्यमंत्री घोषित किया जा सकता है. एनसीपी विधायक दल की बैठक में यह फैसला सर्वसम्मति से हुआ है कि अतीत को भुलाते हुए अजित को मंत्रिमंडला का हिस्सा बनाया जाना चाहिए.
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फिलहाल महाराष्ट्र सरकार में एनसीपी के दो मंत्री
बता दें कि, देवेंद्र फडणवीस ने जब मुख्यमंत्री शपथ ली थी तो उनके साथ अजित पवार डिप्टी सीएम पद की शपथ लेते नजर आए थे, जिसके बाद एनसीपी के बीजेपी के साथ जाने के कयास लगाए जा रहे थे. यह अलग बात है कि सुप्रीम कोर्ट के फ्लोर टेस्ट के आदेश के बाद पवार ने पद से इस्तीफा दे दिया, जिसके बाद फडणवीस ने भी पद छोड़ दिया. इसके बाद गुरुवार को हुए शपथ ग्रहण समारोह में उद्धव ठाकरे ने मुख्यमंत्री की शपथ ली तो वहीं शिवसेना, एनसीपी और कांग्रेस पार्टी के दो-दो नेताओं ने मंत्री के रूप में शपथ ली.