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भारत में 10 में से 8 लोग होते है ऑनलाइन उत्पीड़न का शिकार, दिल्ली और मुंबई टॉप पर

नॉर्टन रिपोर्ट में सामने आया है कि ऑस्ट्रेलिया और जापान जैसे देशों की तुलना में भारत में सबसे अधिक लोगों को ऑनलाइन प्रताड़ना का सामना करना पड़ता है।

News Nation Bureau
| Edited By :
04 Oct 2017, 08:49:06 PM (IST)

नई दिल्ली:

नॉर्टन की हाल ही में एशिया प्रशांत क्षेत्र में साइबरस्टॉक और ऑनलाइन उत्पीड़न को लेकर एक रिपोर्ट सामने आई है। इस रिपोर्ट में सामने आया है कि ऑस्ट्रेलिया और जापान जैसे देशों की तुलना में भारत में सबसे अधिक लोगों को ऑनलाइन प्रताड़ना का सामना करना पड़ता है।

ऑनलाइन उत्पीड़न दुरुपयोग और अपमान (63 प्रतिशत), अफवाह (59 प्रतिशत) के रूप में ज्यादा होती है। 

शारी‎रिक, सेक्सुअल और अपशब्दों के द्वारा दी जाने वाली प्रताड़ना के बारे में जानने के ‎लिए शोधकताओं ने म‎हानगरों के एक हजार युवाओं पर सर्वे किया। 

भारत में 1,035 वयस्कों का सर्वेक्षण करने वाली रिपोर्ट में 10 में से 8 लोगों ने यह बताया कि उन्होंने ऑनलाइन उत्पीड़न का सामना किया है। 45% भारतीय ने कहा उन्हें ऑनलाइन कई तरह की धमकियां मिल चुकी है। गाली-गलौच और बेइज्जती ऑनलाइन प्रताड़ना का सबसे ज्यादा प्रच‎लित रुप है। अध्ययन में शा‎मिल 63 फीसदी युवाओं को इन सबका सामना करना पड़ा है। 59 फीसदी युवाओं के मुताबिक उन्हें लेकर ऑनलाइन अफवाहें फैलाई गईं।

भारत के बाद ऑस्ट्रेलिया में 35%, न्यूजीलैंड में 37% और जापान में 20% लोग इसका सामना कर चुके है।

रिपोर्ट में पता चला कि मुंबई में 51 प्रतिशत लोगों , दिल्ली में 47 प्रतिशत और हैदराबाद में 46 प्रतिशत लोग ऑनलाइन धमकियों का शिकार हो चुके है।

अध्ययन में पाया गया है ‎कि ऑनलाइन प्रताड़ना के 40 फीसदी मामले अप‎रिचितों द्वारा अंजाम ‎दिए जाते हैं।

सबसे चिंताजनक बात ये है कि इस तरह की हरकतें म‎हिलाओं और कमजोर ‎दिमागी क्षमता वाले लोगों के साथ ज्यादा होती हैं। 

यौन उत्पीड़न के मामले दिल्ली और मुंबई (43 प्रतिशत) की पीड़ितों के मुकाबले सबसे अधिक थी, इसके बाद कोलकाता (37 प्रतिशत) और बेंगलुरु (36 प्रतिशत) थे।