वेंकैया नायडू बोले, भारत दुनिया में धर्मनिरपेक्षता की मिसाल; शुक्रवार को लेंगे उपराष्ट्रपति पद की शपथ
गुरुवार को ही अपने कार्यकाल के अंतिम दिन उपराष्ट्रपति हामिद अंसारी ने कहा था कि देश के मुस्लिमों में बेचैनी का अहसास और असुरक्षा की भावना बढ़ी है।
नई दिल्ली:
नवनिर्वाचित उपराष्ट्रपति वेंकैया नायडू कल यानी कि शुक्रवार को शपथ ग्रहण करेंगे। इससे पहले गुरुवार को नायडू ने भारत को सबसे बेहतर धर्मनिरपेक्ष देश बताया है।
बता दें कि गुरुवार को ही अपने कार्यकाल के अंतिम दिन उपराष्ट्रपति हामिद अंसारी ने कहा था कि देश के मुस्लिमों में बेचैनी का अहसास और असुरक्षा की भावना बढ़ी है। हामिद अंसारी का बतौर उपराष्ट्रपति 10 अगस्त को कार्यकाल समाप्त हो रहा है।
हामिद अंसारी के मुस्लिमों पर दिए बयान के उलट नायडू ने कहा 'भारत धर्मनिरपेक्षता का सबसे अच्छा मॉडल है। अलग भाषा और अलग वेश पर भी अपना एक देश है। विविधता में ही एकता भारत की विशेषता है।'
उन्होंने कहा, 'दुर्भाग्य से आज राजनीति में 3 cs घुस गया है- कैश, कास्ट और कम्युनिटी। हमें आज के परिवेश में 4 cs- केरेक्टर, कैलिबर, कैपेसिटी और कंडक्ट में घुसना होगा।'
Unfortunately,now in politics 3 Cs have entered-Cash, Caste & Community; must return to 4 Cs-Character, Caliber, Capacity & Conduct: V.Naidu pic.twitter.com/ASfEpMl7sU
— ANI (@ANI) August 10, 2017एक टीवी इंटरव्यू में अंसारी ने भीड़ की ओर से लोगों को पीट-पीटकर मार डालने की घटनाओं, 'घर वापसी' और तर्कवादियों की हत्याओं का हवाला देते हुए कहा कि यह 'भारतीय मूल्यों का बेहद कमजोर हो जाना, सामान्य तौर पर कानून लागू करा पाने में विभिन्न स्तरों पर अधिकारियों की योग्यता का चरमरा जाना है। इससे भी ज्यादा परेशान करने वाली बात किसी नागरिक की भारतीयता पर सवाल उठाया जाना है।'
उप-राष्ट्रपति हामिद अंसारी ने कहा, मुस्लिम समुदाय में है घबराहट-असुरक्षा का माहौल
वहीं 'तीन तलाक ' के मुद्दे पर अंसारी ने कहा कि यह एक 'सामाजिक विचलन' है, कोई धार्मिक जरूरत नहीं। धार्मिक जरूरत बिल्कुल स्पष्ट है, इस बारे में कोई दो राय नहीं है लेकिन पितृसत्ता, सामाजिक रीति-रिवाज इसमें घुसकर हालात को ऐसा बना चुके हैं जो अत्यंत अवांछित है।'
उन्होंने कहा कि अदालतों को इस मामले में दखल नहीं देना चाहिए, क्योंकि सुधार समुदाय के भीतर से ही होंगे। कश्मीर मुद्दे पर अंसारी ने कहा कि यह राजनीतिक समस्या है और इसका राजनीतिक समाधान ही होना चाहिए।
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