भारत तेजी से विकसित हो रहा है, निहित स्वार्थो के चलते फैल रही है अशांति : प्रधानमंत्री मोदी
एक तमिल पत्रिका की ओर से आयोजित कार्यक्रम को वीडियो के जरिए संबोधन में प्रधानमंत्री ने कहा कि उनकी सरकार के फैसलों ने भारत के आर्थिक और सामाजिक एकीकरण में मदद की है.
चेन्नई:
देश के विभिन्न हिस्सों में संशोधित नागरिकता कानून के विरोध में जारी प्रदर्शनों के बीच प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने मंगलवार को कहा कि भारत तेजी से विकास कर रहा है और जो चीजें असंभव लगती थीं अब वास्विकता में बदल रही हैं, लेकिन निहित स्वार्थों वाले लोग देश को गुमराह कर अशांति फैलाना चाहते हैं. एक तमिल पत्रिका की ओर से आयोजित कार्यक्रम को वीडियो के जरिए संबोधन में प्रधानमंत्री ने कहा कि उनकी सरकार के फैसलों ने भारत के आर्थिक और सामाजिक एकीकरण में मदद की है.
कांग्रेस पर परोक्ष रूप से हमला करते हुए मोदी ने कहा कि दिल्ली आकर उन्हें एक बात पता चली कि जिन लोगों को वर्षों तक देश का शासन चलाने का अवसर मिला उन्होंने चीजों को ‘पेंडुलम बनाकर रखना पसंद किया.’ उन्होंने कहा, ‘‘हम सभी जानते हैं कि पेंडुलम क्या है, वह यहां-वहां डोलता रहता है. चीजों का अस्थिर रखना. परेशानी खड़ी करना और उसे बढ़ावा देना और फिर उसे हल करने का ढोंग करना.’’ प्रधानमंत्री ने कहा, ‘‘चीजें अब बदल गई हैं. हमारी सरकार ने दशकों से चली आ रही समस्याओं का समाधान निकालने का बीड़ा उठाया है.’’ अनुच्छेद 370 के प्रावधानों और तीन तलाक की प्रथा को समाप्त करना, जीएसटी लागू करना आदि उपलब्धियों को गिनाते हुए उन्होंने कहा, ‘‘आज, भारत तेजी से विकास कर रहा है और जो चीजें असंभव लगती थीं आज सच्चाई में बदल रही हैं.’’
उन्होंने कहा कि लेकिन... निहित स्वार्थों वाले समूह इन बदलावों को पचा नहीं पा रहे हैं. वे जनता को दिग्भ्रमित और भ्रमित करने तथा अशांति फैलाने का अपना सर्वोत्तम प्रयास कर रहे हैं. कांग्रेस, वामदलों और तमिलनाडु में द्रमुक सहित विपक्षी दल सीएए और संभावित एनआरसी को लेकर प्रदर्शन कर रहे हैं. उन्होंने कहा कि ऐसे समय में ‘तुगलक’ जैसी पत्रिकाओं की जिम्मेदारी बढ़ जाती है कि वे जनता को जागरुक रखें, बिलकुल वैसे ही जैसे पत्रिका के संस्थापक संपादक सीएचओ. रामासामी करते थे. 82 साल की उम्र में रामासामी का 2016 में निधन हो गया था.
व्यंग्य के लिए सीएचओ रामासामी की तारीफ करते हुए प्रधानमंत्री ने कहा, ‘‘अपना पक्ष रखने और लोगों को शिक्षित करने का व्यंग्य सबसे आसान तरीका है.’’ प्रधानमंत्री ने आर्थिक रूप से पिछड़े सवर्णों को 10 प्रतिशत आरक्षण, स्वास्थ्य बीमा आयुष्मान भारत और ओबीसी आयोग गठन जैसी अपनी सरकार की उपलब्धियां बतायीं. उन्होंने कहा कि देश के लोग ही भारत को विकास की ऊंचाइयों पर लेकर जाएंगे.