आयुर्वेदिक चिकित्सकों को सामान्य शल्य चिकित्सा की अनुमति देने के खिलाफ IMA करेगा प्रदर्शन
देश भर के आधुनिक चिकित्सा डॉक्टर 10,000 से अधिक सार्वजनिक स्थलों पर सड़कों पर विरोध प्रदर्शन करेंगे. यह विरोध प्रदर्शन मंगलवार यानी 8 दिसंबर 2020 को दोपहर 12 बजे से 2 बजे के बीच COVID प्रोटोकॉल के बाद 20 के छोटे समूहों में होगा.
नई दिल्ली:
आयुर्वेदिक चिकित्सकों को सामान्य शल्य चिकित्सा (सर्जरी) की अनुमति देने के विवाद के बीच इंडियन मेडिकल एसोसिएशन (IMA) ने कोरोना को छोड़कर सभी गैर-आवश्यक सेवाओं को निलंबित करने की चेतावनी दी है. आधुनिक चिकित्सा पद्धति (एलोपैथ) को सुरक्षित रखने के लिए उसने प्रदर्शन करने का फैसला लिया है.
देश भर के आधुनिक चिकित्सा डॉक्टर 10,000 से अधिक सार्वजनिक स्थलों पर सड़कों पर विरोध प्रदर्शन करेंगे. यह विरोध प्रदर्शन मंगलवार यानी 8 दिसंबर 2020 को दोपहर 12 बजे से 2 बजे के बीच COVID प्रोटोकॉल के बाद 20 के छोटे समूहों में होगा. इंडियन मेडिकल एसोसिएशन ने कहा कि विरोध शांत और शांतिपूर्ण होगा. मेडिकल कॉलेजों, सरकारी सेवाओं, सामान्य चिकित्सकों, विशेषज्ञ, रेजिडेंट डॉक्टरों और मेडिकल छात्रों के डॉक्टरों के क्रॉस सेक्शन सार्वजनिक प्रदर्शनों में भाग लेंगे.
गौरतलब है कि सीसीआइएम की जारी अधिसूचना में स्नातकोत्तर परीक्षा उत्तीर्ण आयुर्वेद चिकित्सकों को खास प्रशिक्षण के बाद ऑपरेशन के जरिये चिकित्सा की अनुमति दी गई है. आइएमए इसका विरोध कर रहा है. अधिसूचना में 58 तरह कीसर्जरी करने की आयुर्वेद चिकित्सकों को अनुमति दी गई है. इनमें आंख, कान, नाक, गला और कई हड्डियों आदि के ऑपरेशन शामिल हैं.