Hamari Sansad Sammelan: अवैध मस्जिदों के खिलाफ कार्रवाई किसी धर्म विशेष के विरोध में नहीं: प्रवेश वर्मा
प्रवेश वर्मा ने स्पष्ट किया कि वह किसी धर्म विशेष के खिलाफ नहीं है. उनका यह पूरा का पूरा विरोध अवैध निर्माण के खिलाफ है.
highlights
- प्रवेश वर्मा अवैध मस्जिदों पर एलजी को लिख चुके हैं पत्र.
- उन्होंने कहा वह किसी धर्म विशेष नहीं, अवैध निर्माण के खिलाफ.
- कहा-दिल्ली चुनाव से पहले बढ़ जाती है मस्जिदों की संख्या.
नई दिल्ली.:
दिल्ली में अवैध मस्जिदों का मुद्दा छेड़ बीजेपी के सांसद प्रवेश वर्मा ने एक तरह से बर्र के छत्ते में हाथ डाल दिया है. कहा जा रहा है कि दिल्ली विधानसभा चुनाव के मद्देनजर ही यह मुद्दा उठाया गया है. न्यूज नेशन की 'हमारी संसद सम्मेलन' में 'संसद में वारिस' सत्र में जब न्यूज नेशन के सलाहकार संपादक दीपक चौरसिया ने यही सवाल पूछा तो प्रवेश वर्मा ने स्पष्ट किया कि वह किसी धर्म विशेष के खिलाफ नहीं है. उनका यह पूरा का पूरा विरोध अवैध निर्माण के खिलाफ है.
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दिल्ली विस चुनाव से पहले बन जाती है अवैध मस्जिद
गौरतलब है कि प्रवेश वर्मा ने लोकसभा में शपथ लेते ही दिल्ली के एलजी को पत्र लिखकर अपने क्षेत्र में बन रही अवैध मस्जिदों पर कार्रवाई करने की मांग की थी. इस मसले पर प्रवेश वर्मा ने साफ कहा कि हर बार दिल्ली विधानसभा चुनाव से पहले अवैध मस्जिद में एक मंजिल और जुड़ती जा रही है. यह कहने पर कि मंदिर या अन्य धार्मिक पूजा स्थल भी अवैध है, प्रवेश वर्मा ने दो टूक कहा कि मेरी जानकारी में ऐसा नहीं है. अगर आपके पास ऐसी कोई जानकारी है तो मुझे दें. मैं उस पर भी कार्रवाई की बात करूंगा.
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प्रवेश का विरोध 20 सालों में बनी अवैध मस्जिदों से
प्रवेश वर्मा ने अपने घर के सामने स्थित मस्जिद का उदाहरण देते हुए कहा कि हर रोज सुबह 4 बजे वहां से अजान आनी शुरू हो जाती हैं. एक बार पूछने पर पता चला कि यह परंपरा देश की आजादी से पहले से चली आ रही है, तो मैंने कुछ नहीं कहा. मेरी आपत्ति सिर्फ पिछले 20 सालों में सामने आई अवैध मस्जिदों से है. यह कहने पर कि क्या वे सीधा-सीधा आरोप अरविंद केजरीवाल पर लगा रहे हैं, तो उनका कहना था कि इससे ज्यादा स्पष्ट तौर पर और कुछ नहीं कहा जा सकता है. उनका कहना था कि जनता समझदार है वह पूरी बात अच्छे से समझती है.