.

G-23 के आजाद आज मिल सकते हैं सोनिया से, राहुल-प्रियंका भी होंगे शामिल

कांग्रेस नेता गुलाम नबी आजाद (Ghulam Nabi Azad) गुरुवार को पार्टी की अंतरिम प्रमुख सोनिया गांधी (Sonia Gandhi) से मुलाकात कर समूह की शिकायतों का समाधान कर सकते हैं.

News Nation Bureau
| Edited By :
17 Mar 2022, 10:34:39 AM (IST)

highlights

  • कपिल सिब्बल के बजाय गुलाम नबी आजाद के यहां मिले जी-23 नेता
  • सूत्रों का कहना है कि आज सोनिया गांधी मिल सकती हैं आजाद से
  • राहुल गांधी को निशाने पर लेने का डैमेज कंट्रोल कर रहीं अंतरिम अध्यक्ष

नई दिल्ली:

पार्टी में व्यापक संगठनात्मक बदलाव की मांग को लेकर जी-23 (G-23) समूह का नेतृत्व कर रहे कांग्रेस नेता गुलाम नबी आजाद (Ghulam Nabi Azad)  गुरुवार को पार्टी की अंतरिम प्रमुख सोनिया गांधी (Sonia Gandhi) से मुलाकात कर समूह की शिकायतों का समाधान कर सकते हैं. संभावना है कि इस बैठक में राहुल गांधी और प्रियंका गांधी भी मौजूद रहेंगे. बैठक से पहले अपनी रणनीति बनाने के लिए 'जी-23' नेताओं ने आजाद के आवास पर मुलाकात की. इस बैठक में गांधी परिवार के करीबी मणिशंकर अय्यर का शामिल होना रहा. इस बीच पांच विधानसभा चुनावों (Assembly Elections) में कांग्रेस की हार के हफ्ते भर बाद कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी ने इन राज्यों में चुनाव के बाद की स्थिति का आकलन करने के लिए पांच वरिष्ठ नेताओं को नियुक्त किया. नेता विधायक उम्मीदवारों और महत्वपूर्ण नेताओं से बातचीत के बाद संगठनात्मक बदलाव का सुझाव देंगे.

आजाद के घर बैठक में ये रहे शामिल
समूह के सदस्यों के अलावा, मणिशंकर अय्यर, पटियाला की सांसद और पंजाब के पूर्व सीएम अमरिंदर सिंह की पत्नी परनीत कौर, वरिष्ठ नेता पी.जे. कुरियन, पंजाब की पूर्व मुख्यमंत्री राजिंदर कौर भट्टल, राज बब्बर, कुलदीप शर्मा सहित कुछ और नेता भी आजाद के यहां पहुंचे. शंकरसिंह वाघेला और संदीप दीक्षित भी बैठक में हिस्सा ले रहे थे. वाघेला पूर्व में कांग्रेस में रहे हैं, लेकिन उनकी वर्तमान स्थिति स्पष्ट नहीं है. सीडब्ल्यूसी द्वारा सोनिया गांधी के नेतृत्व का समर्थन किए जाने के बाद आगे की रणनीति तैयार करने के लिए बैठक की जा रही है. समूह पहले ही कांग्रेस के भीतर समान विचारधारा वाले नेताओं तक पहुंच चुका है. कांग्रेस अध्यक्ष ने मंगलवार को पांच राज्यों के प्रदेश अध्यक्षों को हटा दिया और इसके बाद समर्थकों ने असंतुष्टों को निशाना बनाना शुरू कर दिया. राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने कपिल सिब्बल पर निशाना साधते हुए कहा कि वह 'कांग्रेस के एबीसीडी' नहीं जानते, वह बाहरी व्यक्ति हैं, जिन्हें पार्टी की ओर से सब कुछ दिया गया. हालांकि संदीप दीक्षित ने कहा कि कांग्रेस अध्यक्ष के पास पहुंच, स्वीकार्यता और जवाबदेही होनी चाहिए.

यह भी पढ़ेंः G-23 समूह से जुड़े मणिशंकर अय्यर, समावेशी नेतृत्व की वकालत

हार का आकलन करने सोनिया ने बनाई समिति
हार की स्थिति का आकलन करने के लिए बनाई गई समिति में राज्यसभा सांसद रजनी पाटिल-गोवा, जयराम रमेश-मणिपुर, अजय माकन-पंजाब, जितेंद्र सिंह-उत्तर प्रदेश और अविनाश पांडे-उत्तराखंड हैं. कांग्रेस अध्यक्ष ने इन राज्यों के राज्य इकाई प्रमुखों को इस्तीफा देने के लिए कहने के ठीक एक दिन बाद यह पहल की है. यह कदम तब उठाया गया, जब कांग्रेस के असंतुष्ट नेता, जिन्हें 'जी23 समूह' कहा जाता है, पार्टी की अपमानजनक हार के बाद अपनी रणनीति तैयार करने के लिए पार्टी के वरिष्ठ नेता गुलाम नबी आजाद के आवास पर बैठक की है.