.

अनशन में वजन बढ़ने पर कपिल मिश्रा का AAP पर तंज, भूख हड़ताल में भी घोटाला

अरिविंद केजरीवाल और उनके मंत्रियों के अनशन का आज छठवां दिन हैं लेकिन इस दौरान अनशन पर बैठे मंत्री सत्येंद्र जैन के बढ़े वजन को लेकर आम आदमी पार्टी से निकाले गए पूर्व मंत्री कपिल मिश्रा ने निशाना साधा है।

News Nation Bureau
| Edited By :
16 Jun 2018, 09:44:07 PM (IST)

नई दिल्ली:

अरिविंद केजरीवाल और उनके मंत्रियों के अनशन का आज छठवां दिन हैं लेकिन इस दौरान अनशन पर बैठे मंत्री सत्येंद्र जैन के बढ़े वजन को लेकर आम आदमी पार्टी से निकाले गए पूर्व मंत्री कपिल मिश्रा ने निशाना साधा है। मिश्रा ने अनशनल को समर्थन दे रहे दूसरे दलों के नेताओं पर भी हमला बोला है।

कपिन ने सत्येंद्र जैन के बढ़े वजन को लेकर सोशली मीडिया ट्विटर पर कटाक्ष करते हुए कहा, 'सत्येंद्र जैन भूख हड़ताल में भी घोटाला कर बैठा, चार दिन की भूख हड़ताल के बाद डेढ़ किलो वजन बढ़ चुका है। केजरीवाल की छाया, सत्येंद्र की माया'

वहीं दूसरे ट्वीट में अनशन को समर्थन दे रहे दूसरे दलों के नेताओं को भी कपिल मिश्रा ने आड़े हाथों लिया।

उन्होंने लिखा, क्या अखिलेश, ममता, कमल हासन, लालू को दिल्ली की फिक्र है? जी नहीं इन्हें दिल्ली से जनता से कोई मतलब नहीं। जो भी मोदी को गाली दे ये समर्थन कर देंगे चाहे वो केजरीवाल हो या हाफिज सईद। अपनी-अपनी पार्टी में लोकतंत्र की हत्या करके बैठे लोग देश का लोकतंत्र बचाने निकले हैं।

क्या अखिलेश, ममता, कमल हासन, लालू, को दिल्ली की फ़िक्र है?

जी नहीं

इन्हे दिल्ली से, जनता से कोई मतलब नहीं

जो भी मोदी को गाली दे ये समर्थन कर देंगे , चाहे वो केजरीवाल हो या हाफ़िज़ सईद

अपनी अपनी पार्टी में लोकतंत्र की हत्या करके बैठे लोग देश का लोकतंत्र बचाने निकले हैं

— Kapil Mishra (@KapilMishra_IND) June 16, 2018

केजरीवाल पांच दिनों से धरना पर हैं उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया सहित कई मंत्री बेमियादी अनशन पर हैं। उनका आरोप है कि प्रधानमंत्री के इशारे पर उपराज्यपाल प्रशानिक अधिकारियों को काम न करने को कहा है और कई योजनाओं की फाइल रोककर काम नहीं होने दे रहे हैं, क्योंकि उन्हें लोकप्रिय सरकार को विफल दिखाना है।

केजरीवाल पांच दिनों से धरना पर हैं उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया सहित कई मंत्री बेमियादी अनशन पर हैं। उनका आरोप है कि प्रधानमंत्री के इशारे पर उपराज्यपाल प्रशानिक अधिकारियों को काम न करने को कहा है और कई योजनाओं की फाइल रोककर काम नहीं होने दे रहे हैं, क्योंकि उन्हें लोकप्रिय सरकार को विफल दिखाना है।