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पर्यावरण दिवस 2020 : हर व्यक्ति को साल में एक बार पेड़ जरूर लगाना चाहिए- पीपल बाबा

पर्यावरण दिवस 2020 के अवसर पर देश के मशहूर पर्यावरणविद पीपल बाबा ने देश के नागरिकों से हर साल एक पेड़ लगाने की अपील की है. देश के 18 प्रदेशों के 202 जिलों में पेड़ लगाने की मुहिम छेड़ने वाले पीपल ने कहा,

05 Jun 2020, 08:34:43 PM (IST)

नई दिल्ली:

पर्यावरण दिवस 2020 के अवसर पर देश के मशहूर पर्यावरणविद पीपल बाबा ने देश के नागरिकों से हर साल एक पेड़ लगाने की अपील की है. देश के 18 प्रदेशों के 202 जिलों में पेड़ लगाने की मुहिम छेड़ने वाले पीपल ने कहा, "प्रत्येक नागरिक को हर साल एक पेड़ जरूर लगाए. इसके लिए बाकायदे नागरिक की पर्यावरण के प्रति जवाबदेही तय की जाए. हरियाली के लिए वन महोत्सव पखवाड़ा मनाया जाए. बंजर जमीनों में पेड़ लगाकर हरियाली बढ़ाई जाए. रविवार की छुट्टियों का इस्तेमाल पर्यावरण पिकनिक के रूप में करें."

अब तक करीब 2 करोड़ पेड़ लगा चुके पीपल बाबा कहते हैं, "पर्यावरण की रक्षा में धार्मिक संस्‍थान और शैक्षिणिक संस्‍थान अहम भूमिका अदा कर सकते हैं. वे अपील करें कि अपने धार्मिक कार्यों को शुरुआत पेड़ लगाने से करें. स्कूल कालेज और विश्वविद्यालय पेड़ लगाने के महत्व को बतौर विषय छात्रों को शिक्षा के तौर पर दें.

43 सालों से पर्यावरण की सेवा कर रहे पीपल बाबा ने राजनीतिक पार्टियों से भी विशेष आग्रह करते हुए कहा, "राजनीतिक दल अपने चुनावी घोषणापत्र में पर्यावरण को बचाने की बात को जरूर जगह दें. हर जनप्रतिनिधि को पेड़ लगाओ अभियान से जुड़ना चाहिए. सरकार द्वारा संचालिए किए जा रहे स्वच्छ भारत मिशन की तरह स्वच्छ पर्यावरण का भी नारा दिया जाए. साथ ही सरकार मनरेगा के माध्यम से पेड़ लगवाने का भी कार्य करे. इससे रोजगार सृजन और पर्यावरण सेवा दोनों मानवीय हितों की रक्षा होगी.

कौन हैं पीपल बाबा

पीपल बाबा के नाम से मशहूर पर्यावरण विद प्रेम परिवर्तन ने साल 1977 इस क्षेत्र में काम शुरू किया था. इन्होंने Give me Trees Trust बनाकर पेड़ लगाने को एक सामाजिक प्रतिष्ठा का विषय बनाया. अब तक उनकी मुहिम से 14,500 स्वयं सेवक जुड़ चुके हैं. उनके ट्रस्ट की ओर से अब तक लगाए गए करीब 2 करोड़ पेड़ों में 1 करोड़ 27 लाख ऑक्सीजन के सबसे स्रोत पीपल के पेड़ लगाए गए हैं. इसी कारण उनका नाम पीपल बाबा पड़ा. उनका पेड़ लगाने का सिलसिला लॉकडाउन की कठिन परिस्थिति में भी नहीं रुका. सोशल डिस्टेंसिंग का ध्यान रखते हुए उनकी टीम लगातार पेड़ लगा रही है.