UP: लेनिन, पेरियार के बाद अब यूपी में तोड़ी गई अंबेडकर की मूर्ति, इलाके में तनाव
मेरठ के मवाना में डॉ भीमराव अंबेडकर की मूर्ति को अज्ञात लोगों ने तोड़ दिया। घटना के बाद लोगों ने गुस्से में आकर वहां के ट्रैफिक को जाम कर दिया।
नई दिल्ली:
पूरे देश से लगातार आ रही मूर्ति तोड़ने की खबरों के बीच उत्तर प्रदेश के मेरठ में संविधान निर्माता डॉ. भीमराव अंबेडकर की मूर्ति को भी अज्ञात लोगों ने तोड़ दिया। इसके बाद इलाके में तनाव की स्थिति पैदा हो गई और स्थानीय लोगों ने सड़क जाम कर दी।
पुलिस का कहना है कि घटनास्थल पर डॉ. भीमराव अंबेडकर की नई मूर्ति स्थापित कर दी गई है। जांच शुरू हो चुकी है। इसके जिम्मेदार लोगों की जल्द ही पहचान कर ली जाएगी।
जानकारी के अनुसार जिले के मवाना में मंगलवार रात अंबेडकर की मूर्ति तोड़ दी गई। इसके बाद दलित समाज ने विरोध प्रदर्शन करते हुए चक्का जाम कर दिया। प्रशासन ने जब दूसरी मूर्ति लगाने का आश्वासन दिया तब जाकर प्रदर्शन खत्म हुआ।
बता दें कि इसके पहले कोलाकाता के कालीघाट में भारतीय जन संघ के संस्थापक श्यामा प्रसाद मुखर्जी की मूर्ति को तोड़ा गया है और मूर्ति के मुंह पर स्याही भी पोती गई है। पुलिस ने इस मामल में अब तक 6 लोगों को हिरासत में ले लिया है।
Dr BR Ambedkar's statue vandalised by unidentified people in Meerut's Mawana late last night; Dalit community held protest & blocked traffic in the morning, ended the protest after assurance from the administration of installation of new statue pic.twitter.com/DAAcq6g5Wf
— ANI UP (@ANINewsUP) March 7, 2018पश्चिम बंगाल के बीजेपी के महासचिव सयांतन बसु ने इस घटना की कड़ी निंदा की है। उन्होंने जो लोग इस घटना में दोषी हैं उनके खिलाफ सख्त कार्रवाई की मांग की है।
मूर्तियां तोड़ने की शुरुआत दक्षिण त्रिपुरा के बेलोनिया कॉलेज स्क्वायर में कथित रुप से बीजेपी समर्थकों ने की थी। उन्होंने यहां पर कम्यूनिस्ट नेता लेनिन की मूर्ति को कथित रूप से गिराया था। इसके बाद पूरे देश में इस तरह की खबरें आ रही हैं।
वहीं तमिलनाडु के वेल्लोर में ई वी रामास्वामी की मूर्ति को कथित रूप से तोड़ने के मामले में दो लोगों को गिरफ्तार किया गया है। ई वी रामास्वामी को 'पेरियार' के नाम से जाना जाता है।
मूर्ति तोड़ने की लगातार आ रही खबरों के मामले में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने नाराजगी जाहिर की है। इस मामल में पीएम मोदी ने गृहमंत्रालय से जवाब मांगा है।