भारत-इजरायल के बीच साइबर सुरक्षा और व्यापार समेत इन मुद्दों पर हो सकती है डील
इजरायल के प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू भारत के 6 दिवसीय दौरे पर आए हैं। भारत और इजरायल के संबंधों के मद्देनज़र इसे ऐतिहासिक माना जा रहा है।
नई दिल्ली:
इजरायल के प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू भारत के 6 दिवसीय दौरे पर आए हैं। भारत और इजरायल के संबंधों के मद्देनज़र इसे ऐतिहासिक माना जा रहा है।
इस दौरान दोनों देशों के बीच की मुद्दों पर चर्चा होगी और माना जा रहा है कि रक्षा, आतंकवाद और व्यापार के क्षेत्र में समझौतों पर हस्ताक्षर किये जाएंगे।
इसके साथ ही कई क्षेत्रों में दोनों देशों के बीच एमओयू पर हस्ताक्षर किये जाएंगे। जिसमें तेल और गैस, रिन्यूएबल एनर्जी, एयरपोर्ट्स, साइबर सुरक्षा और साझा फिल्म और डॉक्यूमेंटरी प्रोडक्शन शामिल हैं।
भारत और इजरायल के बीच इन मुद्दों पर होगी डील
- भारत और इजरायल सोमवार को बिज़नेस और इंडस्ट्री से संबंधित 10 समझौता-पत्र (एमओयू) पर हस्ताक्षर कर सकते हैं।
- ये समझौते एनर्जी, वॉटर, ऑटोमेशन प्रॉजेक्ट्स और आईटी के क्षेत्र में हो सकते हैं।
- भारत-इजरायल इनोवेशन फोरम और सीईओ की मीटिंग के मौके पर इन एमओयू पर दस्तखत किए जाएंगे।
- भारत की तरफ से इंडियन ऑइल कॉर्पोरेशन, डिपार्टमेंट ऑफ इलेक्ट्रॉनिक्स ऐंड आईटी, आंध्र प्रदेश और रिलायंस इंडस्ट्रीज एमओयू साइन करेंगे।
इससे पहले रविवार को नेतन्याहू के पहुंचने पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने प्रोटोकॉल तोड़ एयरपोर्ट जाकर उनको गले लगाकर स्वागत किया।
उनके पहुंचने पर प्रधानमंत्री मोदी ने अंग्रेजी और हिब्रू में ट्वीट कर कहा, 'भारत में आपका स्वागत है, मेरे दोस्त आपकी यात्रा ऐतिहासिक और विशेष है। इससे दोनों देशों के बीच संबंध और मजबूत होगा।'
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नेतन्याहू अपनी पत्नी सारा के साथ भारत आए हैं। उनके साथ एक उच्चस्तरीय व्यापार मंडल भी आया है।
नेतन्याहू ने भी भारत पहुंचने पर ट्वीट कर कहा, 'हम भारत पहुंच गए हैं। गर्मजोशी से स्वागत के लिये धन्यवाद मेरे अच्छे दोस्त नरेंद्र मोदी।'
इजरायल से पहले उन्होंने कहा कि इजरायल और महत्वपूर्ण ग्लोबल पावर के बीच संबंध मजबूत होंगे।
उन्होंने कहा, 'इससे हमारी सुरक्षा, आर्थिक, व्यापार और पर्यटन से जुड़े हितों को मजबूती मिलेगी। इसके साथ ही दूसरे क्षेत्र में भी हमारे बीच सहयोग बढ़ेगा। ये इजरायल के लिये आशीर्वाद होगा।'
विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता रवीश कुमार ने रेखांकित किया कि मोदी ने प्रोटोकॉल तोड़कर नेतन्याहू का स्वागत किया।
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रवीश कुमार ने कहा, 'यह यात्रा औपचारिक संबंधों (भारत व इजरायल के बीच ) के रजत जयंती वर्ष की एक उपयुक्त परिणति है।'
2003 में एरियल शेरॉन के आने के बाद यह किसी इजरायली प्रधानमंत्री का पहला भारतीय दौरा है।
विदेश मंत्री सुषमा स्वराज ने इजरायल के प्रधानमंत्री नेतन्याहू मुलाकात की। सुषमा स्वराज से मुलाकात के दौरान उन्होंने कहा कि जिस तरह से उनका स्वागत किया गया है उससे वो काफी प्रभावित हैं। साथ ही कहा कि दोनों देशों के बीच द्विपक्षीय संबंध बहुत मजबूत होंगे।
प्रधानमंत्री मोदी ने नेतन्याहू और उनकी पत्नी के लिये डिनर का आयोजन किया।
नेतन्याहू की यात्रा ऐसे समय में हो रही है जब भारत ने संयुक्त राष्ट्र में यरुशलम के मुद्दे पर इजरायल के खिलाफ वोटिंग की थी।
डोनल्ड ट्रंप ने यरुशलम को इजरायल की राजधानी के तौर पर मान्यता दी थी। जिसके विरोध में संयुक्त राष्ट्र एक प्रस्ताव लाया था और भारत ने संयुक्त राष्ट्र के प्रस्ताव के समर्थन में वोट दिया था।
अपनी यात्रा के दौरान नेतन्याहू 17 जनवरी को गुजरात और 18 जनवरी को मुंबई जाएंगे। वो 15 जनवरी को भारत-इजरायल सीईओओ बैठक में हिस्सा लेंगे।
इसके अलावा वो भारत के राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद से भी मुलाकात करेंगे।
मुंबई यात्रा के दौरान वो चाबाद हाउस भी जाएंगे। जहां वो एक कार्यक्रम में हिस्सा लेंगे। इस कार्यक्रम में मोशे होल्त्जबर्ग भी शामिल होंगे।
मोशे के माता-पिता की 2008 में हुए मुंबई आतंकी हमले में मारे गए थे। उस समय मोशे की उम्र 2 साल थी।