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जिग्नेश ने कहा- भ्रष्टाचार, गरीबी, बेरोजगारी जैसे मुद्दों की जगह घर वापसी, लव जेहाद और गाय पर हो रही चर्चा

गुजरात के विधायक व दलित नेता जिग्नेश मेवानी के एक विरोध जुलूस कार्यक्रम को पुलिस द्वारा इजाजत नहीं दिए जाने के बावजूद मंगलवार को सैकड़ों लोग दिल्ली के संसद मार्ग पर एकत्रित हुए।

News Nation Bureau
| Edited By :
09 Jan 2018, 06:54:10 PM (IST)

highlights

  • पुलिस की इजाजत के बगैर दिल्ली में दलित नेता जिग्नेश मेवानी की रैली
  • संसद मार्ग पर दिल्‍ली पुलिस ने भारी संख्‍या में पुलिस बल तैनात किये
  • पुलिस ने कहा, मध्य दिल्ली में जंतर मंतर पर विरोध प्रदर्शन पर प्रतिबंध लगाया गया है

नई दिल्ली:

केंद्र की मोदी सरकार के खिलाफ मुखर दलित नेता जिग्नेश मेवाणी को संसद मार्ग से प्रधानमंत्री निवास तक 'युवा हुंकार रैली' की इजाजत दिल्ली पुलिस ने मंगलवार को नहीं दी। इजाजत नहीं मिलने के बाद मेवाणी वहीं धरने पर बैठ गए।

इसके बावजूद रैली में शामिल होने के लिए जिग्‍नेश मेवाणी पहुंच चुके हैं। संसद मार्ग पर दिल्‍ली पुलिस ने भारी संख्‍या में पुलिस बल तैनात किया है। पुलिस आंसू गैस और वाटर कैनन के साथ तैयार है।

संयुक्त पुलिस आयुक्त अजय चौधरी ने कहा, 'किसी को भी (रैली आयोजित करने के लिए) इजाजत नहीं दी गई है।'

चौधरी ने राष्ट्रीय हरित अधिकरण के आदेश का हवाला दिया जिसमें मध्य दिल्ली में जंतर मंतर पर विरोध प्रदर्शन पर प्रतिबंध लगाया गया है।

उन्होंने कहा, 'हमने आयोजकों को किसी अन्य स्थान पर जैसे रामलीला मैदान में विरोध प्रदर्शन आयोजित करने को कहा है।' 

आपको बता दें कि पिछले साल 5 अक्टूबर को एनजीटी ने बढ़ते प्रदूषण का हवाला देते हुए जंतर-मंतर के आसपास धरना प्रदर्शन पर रोक लगा दी थी।

गुजरात के वडगाम से निर्दलीय विधायक मेवाणी ने कहा कि उन्हें जानबूझ कर निशाना बनाया जा रहा है।

उन्होंने कहा, 'दुर्भाग्यपूर्ण है। हम लोकतांत्रिक और शांतिपूर्ण ढ़ंग से रैली करने वाल हैं। सरकार हमें निशाना बना रही है। एक चुने हुए प्रतिनिधि को बोलने की इजाजत नहीं दी जा रही है।'

जिग्नेश ने मंगलवार सुबह ट्वीट कर बीजेपी को आड़े हाथों लिया। उन्होंने कहा, 'बांध ले बिस्तर बीजेपी, राज अब जाने को है, जुल्म काफ़ी कर चुके, पब्लिक बिगड़ जाने को है।'

जिग्नेश की रैली के विरोध में प्रदर्शन स्थल पर पोस्टर भी देखने को मिले।

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# जिग्नेश मेवानी ने युवाओं को संबोधित करते हुए कहा, जिस तरह से भ्रष्टाचार, गरीबी, बेरोजगारी जैसे असली मुद्दे भुलाकर घर वापसी, लव जिहाद और गाय को मुद्दों में जगह दी जा रही है। हम इसके खिलाफ खड़े हैं।

# रैली की इजाजत नहीं मिलने के बाद पार्लियामेंट स्ट्रीट में ही धरने पर बैठे जिग्नेश मेवाणी

अधिकारियों के अनुसार, आंसू गैस के गोले और पानी की बौछारों के लिए पाइपों से लैस 1,500 सुरक्षा कर्मियों को कनाट प्लेस से संसद भवन को जोड़ने वाले संसद मार्ग पर तैनात किया गया है।

Delhi: Heavy security deployed ahead of Jignesh Mevani's 'Yuva Hunkar Rally' to be held at Parliament Street. Delhi Police has denied permission to hold the event. pic.twitter.com/7Q8CO9tqVg

— ANI (@ANI) January 9, 2018

Delhi: Posters seen in Parliament Street area ahead of Jignesh Mevani's 'Yuva Hunkar Rally'. pic.twitter.com/pp8kamTKmy

— ANI (@ANI) January 9, 2018

असम के आरटीआई व किसान अधिकार कार्यकर्ता अखिल गोगोई के भी रैली को संबोधित करने की उम्मीद है। गोगोई शिक्षा का अधिकार, बेरोजगारी व लैंगिक व समाजिक न्याय पर अपनी बात रखेंगे।

महाराष्ट्र के भीमा कोरेगांव में दलित और दक्षिणपंथी संगठनों के बीच हुई हिंसा के बाद जिग्नेश ने रैली का ऐलान किया था। हिंसा मामले में जिग्नेश के खिलाफ भी एफआईआर दर्ज की गई है।

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रैली का आह्वान करते हुए गुजरात के वडगाम से विधायक जिग्नेश ने कहा था कि हम पीएम नरेंद्र मोदी से मिलने जाएंगे। उन्होंने कहा था कि हमारे एक हाथ में संविधान होगा और दूसरे हाथ में मनु स्मृति। मेवाणी ने कहा था कि ये रैली सामाजिक न्याय के लिए है।

'युवा हुंकार रैली' में दलितों के खिलाफ हुए अत्याचार और सहारनपुर दंगे के आरोपी चंद्रशेखर उर्फ रावण की रिहाई की आवाज उठाने की योजना है। भीम आर्मी के संस्थापक चंद्रशेखर को उत्तर प्रदेश पुलिस ने पिछले साल हुए उत्तर प्रदेश के सहारनपुर में हुई हिंसा के बाद गिरफ्तार किया था।

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