उधमपुर में सीआरपीएफ जवान ने अपने तीन साथियों को मारी गोली, मौके पर हुई मौत
जम्मू-कश्मीर के उधमपुर में आपसी विवाद में सीआरपीएफ के तीन जवानों की मौत हो गई जबकि जिसने गोली चलाई उसने खुद को भी मारने का प्रयास किया.
उधमपुर:
जम्मू-कश्मीर के उधमपुर में आपसी विवाद में सीआरपीएफ के तीन जवानों की मौत हो गई जबकि जिसने गोली चलाई उसने खुद को भी मारने का प्रयास किया. रिपोर्ट के मुताबिक सीआरपीएफ के 187 बटालियन में जवानों के बीच किसी बात को लेकर विवाद हो गया जिसके बाद एक जवान ने अपन बूंदक से तीन अन्य जवानों को गोली मार दी. तीनों जवानों की मौके पर ही मौत हो गई जबकि गोली चलाने वाले ने खुद को भी मारने की कोशिश की. फिलहाल घायल अवस्था में उसे अस्पताल में भर्ती कराया गया है.
गौरतलब है कि पुलवामा में सीआरपीएफ पर हुए आतंकी हमले के बाद इस बार अर्धसैनिक बल, बीएसएफ और सीआरपीएफ ने होली नहीं मनाने का फैसला लिया है. पुलवामा हमले में सीआरपीएफ के 40 जवान शहीद हो गए थे.
गुरुग्राम में केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल (CRPF) के 80वें स्थापना दिवस पर राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार अजित डोभाल ने शिरकत की. इस दौरान कार्यक्रम को संबोधित करते हुए अजित डोभाल ने कहा कि देश के लिए पुलवामा हमले में शहीद होने वाले 40 जवानों को श्रद्धांजलि देता हूं. उन्होंने कहा कि देश इसे भूला नहीं है और कभी भूलेगा भी नहीं.
इसके साथ ही डोभाल ने कहा, 'जब भी हमारी बैठकें होती हैं और चर्चा होती है कि किस बल को भेजना है? कितनी बटालियनों को भेजा जाना चाहिए? हम कहते हैं सीआरपीएफ को भेजें, यह एक विश्वसनीय बल है, हम उन पर पूरी तरह भरोसा कर सकते हैं. इस तरह की विश्वसनीयता हासिल करने में सालों लग जाते हैं.
डोभाल ने कहा, 'आंतरिक सुरक्षा का बहुत महत्व है. द्वितीय विश्व युद्ध के बाद 37 देश ऐसे थे, जो टूट गए या फिर अपनी संप्रभुता खो बैठे. इनमें से 28 का कारण आंतरिक संघर्ष था. देश अगर कमजोर होते हैं तो उसका कारण कहीं न कहीं आंतरिक सुरक्षा की कमी होती है.'
इसके साथ सीआरपीएफ की सराहना करते हुए कहा, 'आंतरिक सुरक्षा की जिम्मेदारी सीआरपीएफ पर होती है और आप समझ सकते हैं कि कितनी महत्वपूर्ण दायित्व आपको मिली है.'