सीआरपीएफ की ऑपरेशनल जरूरतें पूरी करने के लिए हुई सेना इंजीनियर की प्रतिनियुक्ति
सीआरपीएफ की ऑपरेशनल जरूरतें पूरी करने के लिए हुई सेना इंजीनियर की प्रतिनियुक्ति
नई दिल्ली:
गृह मंत्रालय (एमएचए) ने सुरक्षा बलों की तकनीकी जरूरतों को पूरा करने के लिए केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल (सीआरपीएफ) में एक सेवारत सेना इंजीनियर की प्रतिनियुक्ति को तीन साल के लिए मंजूरी दे दी है।
एमएचए की अधिसूचना के अनुसार, सैन्य इंजीनियरिंग सेवा के मुख्यालय कमांडर वर्क्स इंजीनियर के लेफ्टिनेंट कर्नल विनय कुमार तिवारी शुरू में तीन साल की अवधि के लिए सीआरपीएफ में कमांडेंट (इंजीनियर) के रूप में काम करेंगे।
केंद्रीय सुरक्षा बलों के एक वरिष्ठ अधिकारी ने कहा कि ऑपरेशनल जरूरतों को पूरा करने के लिए इंजीनियर की आवश्यकता लंबे समय से महसूस की जा रही थी, क्योंकि सुरक्षाबलों को इसके लिए राज्य सरकार के अधिकारियों पर निर्भर रहना पड़ता था।
इस कदम की कुछ अधिकारियों ने यह कहते हुए आलोचना की, कि प्रतिनियुक्ति से सुरक्षाबलों के सामने आ रही दिक्कतों को खत्म नहीं किया जा सकता, क्योंकि प्रतिनियुक्ति अवधि समाप्त होने के बाद अधिकारी चले जाएंगे और फिर से यही परेशानी शुरू हो जाएगी। इसलिए सीएपीएफ में स्थायी रूप से इंजीनियरों की आवश्यकता है।
अधिकारी ने आगे कहा, सीआरपीएफ में सभी स्तरों पर प्रमोशन्स में काफी देरी हुई है। प्रमोशन्स होने चाहिए ताकि सभी पदों पर अपने अधिकारी हो, लेकिन प्रतिनियुक्ति इसमें रुकावटें पैदा करते है।
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