.

कैलाश मानसरोवर की यात्रा पर गए राहुल गांधी का ट्वीट, बाबा जिसे बुलाते हैं, वही जाता है

कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी की कैलाश मानसरोवर यात्रा चर्चा का विषय बनी हुई है। राहुल गांधी 31 अगस्त से चार -पांच दिनों के लिए धार्मिक यात्रा पर हैं।

News Nation Bureau
| Edited By :
05 Sep 2018, 04:43:24 PM (IST)

नई दिल्ली:

कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी की कैलाश मानसरोवर यात्रा चर्चा का विषय बनी हुई है। राहुल गांधी 31 अगस्त से चार -पांच दिनों के लिए धार्मिक यात्रा पर हैं। इस दौरान उन्होंने आध्यात्मिक अनुभवों को साझा किया। कांग्रेस अध्यक्ष ने ट्वीट कर लिखा कि कोई भी व्यक्ति तभी कैलाश मानसरोवर जाता है जब उसे बुलाया जाता है। राहुल गांधी ने ट्वीट कर लिखा, 'एक व्यक्ति कैलाश मानसरोवर पर तब जाता है जब उसे बुलाया जाता है। मैं यह सौभाग्य पाकर बहुत खुश हूं..इस खूबसूरत यात्रा के दौरान मैंने क्या देखा इसे मैं आप सभी के साथ साझा कर रहा हूं।' एक और ट्वीट में कांग्रेस अध्यक्ष ने मानसरोवर झील की तस्वीरें शेयर करते हुए लिखा, 'मानसरोवर झील का पानी बेहद शांत, स्थिर और कोमल है। यह झील सबकुछ देती है और कुछ नहीं लेती।झील के पानी को कोई भी ग्रहण कर सकता है.. कोई घृणा नहीं है। इसलिए इस जल को भारत में पूजा जाता है।'

A man goes to Kailash when it calls him. I am so happy to have this opportunity and to be able to share what I see on this beautiful journey with all of you.#KailashYatra

— Rahul Gandhi (@RahulGandhi) September 5, 2018

यात्रा पर जाने से पहले राहुल गांधी ने मंत्र को ट्वीट किया था।

ॐ असतो मा सद्गमय।
तमसो मा ज्योतिर्गमय।
मृत्योर्मामृतम् गमय।
ॐ शान्ति: शान्ति: शान्ति: ॥ pic.twitter.com/hSSLfdwDjq

— Rahul Gandhi (@RahulGandhi) August 31, 2018

और पढ़ें: कश्मीर पर NSA अजीत डोभाल के बयान से भड़की बीजेपी की पूर्व सहयोगी पीडीपी, कहा यह उनकी मानसिकता दर्शाता है

राहुल की कैलाश यात्रा पर राजनीती खेमे में घमासान मचा हुआ है। बीजेपी ने कांग्रेस अध्यक्ष पर निशाना साधते हुए इसे पाखंड करार दिया। इसके साथ ही यात्रा को लेकर विवाद खड़ा हो गया था, जिसमें कहा गया कि राहुल गांधी ने नॉन वेज खाना खाया। हालांकि, काठमांडू के रेस्तरां ने इस विवाद पर सफाई दी कि उन्होंने वेज भोजन खाया था।

राहुल गांधी ने कर्नाटक चुनावों के दौरान अपने विमान में आई गड़बड़ी के दौरान कैलाश मानसरोवर की यात्रा पर जाने का फैसला किया था। अप्रैल के महीने में दिल्ली के रामलीला मैदान में जनाक्रोश रैली में राहुल गांधी ने खुद को शिवभक्त बताया था। राहुल गांधी ने कहा था कि कर्नाटक जाने के दौरान उनका प्लेन हादसे का शिकार होते बाल-बाल बचा था। अचानक उनका विमान आठ हज़ार फ़ीट से नीचे आ गिरा था।

और पढ़ें: हिज्बुल का कट्टर सदस्य गुड़ना दबोचा गया, युवाओं को आतंकी समूह से जोड़ता था

राहुल गांधी जिस घटना का जिक्र कर रहे थे वह तब हुई थी जब वह दिल्ली से कर्नाटक जा रहे थे। राहुल गांधी के फाल्कन 2000 विमान में उड़ान के दौरान दिक्कतों का सामना करना पड़ा था। विमान ने दिल्ली से हुबली के लिए उड़ान भरी थी, और विमान में राहुल के साथ चार अन्य लोग भी सवार थे। हुबली राज्य की राजधानी बेंगलुरू से 400 किमी उत्तर पश्चिम में है। राहुल गांधी 12 मई को होने वाले राज्य विधानसभा चुनाव के प्रचार की शुरुआत करने के लिए दो दिवसीय दौरे पर हुबली पहुंचे थे।