कांग्रेस की अपील, बीजेपी से गठबंधन तोड़ घाटी में शांति बहाल करें महबूबा मुफ्ती
घाटी में हिंसा और अस्थिरता को रोकने में विफल रही भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) और पीपुल्स डेमोक्रेटिक पार्टी (पीडीपी) की गठबंधन सरकार को जिम्मेदार ठहराते हुए कांग्रेस ने मुख्यमंत्री महबूबा मुफ्ती से बीजेपी से गठबंधन तोड़ कर लोगों से संपर्क करने के लिए कहा है।
highlights
- कांग्रेस ने महबूबा मुफ्ती से पीडीपी-बीजेपी गठबंधन से अलग होने की अपील की
- पी चिदंबरम ने कहा कि पीडीपी को बीजेपी से अलग होकर घाटी में शांति बहाल करनी चाहिए
New Delhi:
घाटी में हिंसा और अस्थिरता को रोकने में विफल रही भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) और पीपुल्स डेमोक्रेटिक पार्टी (पीडीपी) की गठबंधन सरकार को जिम्मेदार ठहराते हुए कांग्रेस ने मुख्यमंत्री महबूबा मुफ्ती से बीजेपी से गठबंधन तोड़ कर लोगों से संपर्क करने के लिए कहा है।
कांग्रेस के वरिष्ठ नेता पी चिदंबरम ने एक के बाद एक ट्वीट कर कहा, 'जम्मू-कश्मीर की मुख्यमंत्री महबूबा मुफ्ती के लिए सबसे सम्मानजनक रास्ता बीजेपी से गठबंधन तोड़ कर घाटी में शांति बहाली की है।'
चिदंबरम ने कहा, 'अगर यह राज्यपाल शासन की कीमत पर भी होता है, तो इसे किया जाना चाहिए।'
माना जा रहा कि मुफ्ती भी 23 अप्रैल को प्रधानमंत्री के साथ होने वाली मुलाकात में घाटी की मौजूदा स्थिति को लेकर चर्चा कर सकती हैं। इससे पहले हफ्ते सुरक्षा बलों और कश्मीरी छात्रों के बीच हुई झड़प में कम से कम 100 से अधिक कश्मीरी छात्र घायल हो गए थे।
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पिछले साल हिजबुल मुजाहिद्दीन के कमांडर बुरहान वानी की पुलिस मुठभेड़ में हुई मौत के बाद से घाटी में अशांति बनी हुई है जो 9 अप्रैल को श्रीनगर लोकसभा सीट पर हुए उप चुनाव के दौरान हिंसा में 8 लोगों की मौत के बाद और अधिक तेज हो गई है।
श्रीनगर लोकसभा उप चुनाव में हुई हिंसा में कुल 8 लोग मारे गए थे। हिंसा की वजह से इस चुनाव में पिछले 30 सालों के दौरान सबसे कम 6.5 फीसदी वोटिंग हुई थी।
चुनाव जीतने के बाद नैशनल कॉन्फ्रेंस के फारुक अब्दुल्ला ने राज्य में राज्यपाल शासन लगाए जाने की मांग की थी।
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