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मसूद अजहर को वैश्विक आतंकी घोषित करने में चीन ने फिर लगाया अड़ंगा, चौथी बार किया वीटो का इस्तेमाल

लेकिन इस बार भी चीन ने अपने वीटो पावर का इस्तेमाल करते हुए अजहर को वैश्विक आतंकी घोषित करने के प्रस्ताव को खारिज कर दिया.

News Nation Bureau
| Edited By :
14 Mar 2019, 12:24:52 AM (IST)

नई दिल्ली:

आतंकी संगठन जैश-ए-मोहम्मद (jem) प्रमुख मसूद अजहर (Masood Azhar) को वैश्विक आतंकी (Global Terrorist) घोषित करने और उस पर प्रतिबंध लगाने के लिए भारत पूरा प्रयास कर रहा है. लेकिन इस बार भी चीन ने अपने वीटो पावर का इस्तेमाल करते हुए अजहर को वैश्विक आतंकी घोषित करने के प्रस्ताव को खारिज कर दिया. चीन ने यूएन में इस प्रस्ताव के विरोध में अपने वीटो पावर का इस्तेमाल ऐसे वक्त में किया जब कि इस प्रस्ताव के पक्ष में यूके, यूएस, फ्रांस और जर्मनी पहले से ही थे. बता दें कि मसूद अजहर पुलवामा हमले का मास्टर माइंड है और फिलहाल पाकिस्तान में है. सुरक्षा परिषद में चौथी बार चीन ने वीटो का इस्तेमाल किया है.

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विदेश मंत्रालय ने चीन की इस हरकत पर निराशा जताई है. विदेश मंत्रालय ने कहा, चीन की इस कार्रवाई से अंतर्राष्ट्रीय समुदाय द्वारा जैश-ए-मोहम्मद (jem) के नेता को वैश्विक आतंकी घोषित करने से रोक दिया है, जो एक पेशेवर और सक्रिय आतंकवादी संगठन है जिसने 14 फरवरी 2019 को जम्मू और कश्मीर में आतंकवादी हमले की जिम्मेदारी भी ली है.

MEA: We are disappointed by this outcome. This has prevented action by the international community to designate the leader of (JeM), a proscribed and active terrorist organization which has claimed responsibility for the terrorist attack in Jammu and Kashmir on 14 February 2019.

— ANI (@ANI) March 13, 2019

इससे पहले भी भारत में 2001 के संसद हमले से लेकर पठानकोट एयरबेस हमला, जम्मू और उरी में आर्मी कैंप पर हमले और पिछले महीने पुलवामा में हुए भीषण आत्मघाती हमले में शामिल रहने वाले आतंकी मसूद अजहर को वैश्विक आतंकी घोषित करने के लिए अमेरिका भी पुरजोर कोशिश करता रहा है.

क्या कहा था अमेरिका ने 

अमेरिका ने भी इससे पहले कहा था कि जैश प्रमुख मसूद अजहर को वैश्विक आतंकी नहीं घोषित करना क्षेत्रीय सुरक्षा और शांति के खिलाफ होगा. संयुक्त राष्ट्र के अहम फैसले से एक दिन पहले ट्रंप प्रशासन ने कहा कि अजहर को वैश्विक आतंकी घोषित करने के लिए काफी सबूत हैं.

क्या कहा था चीन ने

चीन ने पिछले साल अक्टूबर में भी कहा था कि वह भारत को कई बार बता चुका है कि पाकिस्तानी आतंकी मसूद अजहर को वैश्विक आतंकी घोषित करने में उसे दिक्कतें हैं और वह इस मामले में अपने आप संज्ञान लेगा.

मसूद अजहर के खिलाफ यह कार्रवाई जम्मू-कश्मीर के पुलवामा में भीषण आत्मघाती हमले में 40 भारतीय जवानों के शहादत के एक महीने बाद हो रही है. इस क्रूर हमले की जिम्मेदारी आतंकी संगठन जैश-ए-मोहम्मद ने ली थी. चीन ने भी इस हमले की निंदा की थी और आतंक के खिलाफ लड़ाई में प्रतिबद्धता की बात कही थी.

बता दें कि मसूद अजहर पुलवामा हमले का मास्टर माइंड है जो फिलहाल पाकिस्तान में है. सुरक्षा परिषद में चौथी बार चीन ने वीटो का इस्तेमाल किया है. गौरतलब है कि मसूद अजहर को ग्लोबल आतंकी घोषित करने के प्रस्ताव पर रोक लगाने के लिए चीन के पास आज रात 12.30 बजे तक का समय था.