आरएसएस के कार्यक्रम में जाकर प्रणब ने उसकी गड़बड़ विचारधारा के बारे में बताया: चिदंबरम
प्रणब के नागपुर दौरे को लेकर हालांकि कांग्रेस पार्टी की तरफ से काफी विरोध हुआ था, और उनकी बेटी शर्मिष्ठा मुखर्जी ने भी उनके इस दौरे का विरोध किया था।
नई दिल्ली:
पूर्व केंद्रीय वित्तमंत्री पी चिदंबरम ने शुक्रवार को कहा कि उन्हें इस बात की खुशी है कि पूर्व राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी ने आरएसएस के मंच पर जाकर उसकी गड़बड़ विचारधारा के बारे में उसे बताया।
चिदंबरम ने मुखर्जी के गुरुवार को नागपुर दौरे पर ट्वीट किया, 'इस बात की खुशी है कि प्रणब मुखर्जी ने कांग्रेस की विचारधारा की अच्छाई के बारे में आरएसएस को बताया। यह आरएसएस की विचारधारा में मौजूद गड़बड़ियों गिनाने का उनका तरीका था।'
मुखर्जी ने नागपुर स्थित आरएसएस मुख्यालय में राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के तीन वर्षीय प्रशिक्षण कार्यक्रम के समापन, यानी तृतीय वर्ष वर्ग को संबोधित किया था और कहा था कि भारत के विभिन्न धर्म और संस्कृति इसे सहिष्णु बनाते हैं और देश की आत्मा इसकी बहुलवाद और धर्मनिरपेक्षता में बसती है।
उन्होंने कहा था, 'हमारे समाज की यह बहुलता सदियों के दौरान विचारों के सम्मिलन से बनी है। धर्मनिरपेक्षता और समग्रता हमारे लिए आस्था का एक विषय है। हमारी मिश्रित संस्कृति हमें एक राष्ट्र बनाती है।'
प्रणब के नागपुर दौरे को लेकर हालांकि कांग्रेस पार्टी की तरफ से काफी विरोध हुआ था, और उनकी बेटी शर्मिष्ठा मुखर्जी ने भी उनके इस दौरे का विरोध किया था।
उधर, मार्क्सवादी कम्युनिस्ट पार्टी के महासचिव सीताराम येचुरी को इस बात का मलाल है कि प्रणब मुखर्जी ने महात्मा गांधी की हत्या का जिक्र क्यों नहीं किया।
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