छत्तीसगढ़ के इस गांव में ग्रामीणों ने किया मतदान का बहिष्कार, जानिए क्या है कारण
जशपुर जिले के दाकोडा गांव में सड़क नहीं बनने का विरोध वहां के ग्रामीणों ने भी कुछ इसी प्रकार से किया है. आपको बता दें कि यहां पर 23 अप्रैल को लोकसभा चुनाव 2019 के तीसरे चरण के साथ ही वोटिंग होनी है.
नई दिल्ली:
लोकसभा चुनाव 2019 में एक ओर नेता नये-नये वादों के साथ अपने वोटरों को लुभाने में पड़े हैं, तो वहीं दूसरी ओर बहुत से वोटर भी इस बार नेताओं को सबक सिखाने के लिए तैयार बैठे हैं उनका कहना है कि जब हमें मूलभूत सुविधाएं ही नहीं मिलती तो फिर हम वोट देकर सरकार बनाने में योगदान ही क्यों करें. ऐसा ही एक मामला छत्तीसगढ़ के आदिवासी बहुल जशपुर जिले से है.
जशपुर जिले के दाकोडा गांव में सड़क नहीं बनने का विरोध वहां के ग्रामीणों ने भी कुछ इसी प्रकार से किया है. आपको बता दें कि यहां पर 23 अप्रैल को लोकसभा चुनाव 2019 के तीसरे चरण के साथ ही वोटिंग होनी है. दाकोडा के ग्रामीणों ने अपनी सरकार के प्रति अपनी नाराजगी जाहिर करते हुए कहा है कि वो मतदान का बहिष्कार करेंगे. इतना ही नहीं ग्रामीणों ने गांव की दोनों सीमाओं पर इस संबंध में बोर्ड भी लगा दिया है. साथ ही सभी जनप्रतिनिधियों और राजनीतिक दलों से जरूरी सुविधा उपलब्ध कराने से पहले मतदान के विषय में चर्चा भी करने को मना कर रखा है.
वहीं एक और गांव दारूपीसा के मुखिया अलेक्स टोप्पो का ने बताया कि, इस गांव में पानी, स्वास्थ्य, सड़क और शिक्षा इन सब के अभाव के चलते सबकुछ पीछे हो गया है. लंबे समय से यहां के ग्रामीण मूलभूत सुविधाओं की मांग कर रहे हैं. हर बार चुनाव आने पर जनप्रतिनिधि वादा तो करते हैं लेकिन चुनाव जीतने के बाद फिर वापस लौटकर नहीं आते हैं. जिसके चलते इस बार ग्रामीणों ने एकजुट होकर लोकसभा चुनाव में मतदान का बहिष्कार करने का फैसला किया है.