.

बुलंदशहर हिंसा: बजरंग दल ने सीबीआई जांच की मांग की, योगेश राज को सरेंडर करने के लिए कहा

बुलंदशहर में गौकशी के शक में हुई हिंसा में इंस्पेक्टर सुबोध कुमार सिंह समेत दो लोगों की हत्या मामले में पुलिस ने चार आरोपियों को गिरफ्तार किया है.

News Nation Bureau
| Edited By :
05 Dec 2018, 09:19:04 PM (IST)

नई दिल्ली:

बुलंदशहर में गौकशी के शक में हुई हिंसा में इंस्पेक्टर सुबोध कुमार सिंह समेत दो लोगों की हत्या मामले में पुलिस ने चार आरोपियों को गिरफ्तार किया है. इस मामले का मुख्य आरोपी योगेश राज अभी पुलिस की पकड़ से दूर है. बजरंग दल ने योगेश राज को पुलिस के समक्ष सरेंडर करने के अपील की. इसके साथ ही इस मामले की सीबीआई जांच की मांग की है. योगेश राज का नाम सामने आने बाद बजरंग दल के प्रवीण भाटी ने कहा, 'ऐसा इसलिए है क्योंकि दो घटनाएं जुड़ी हुई हैं. यहां एकत्र हुए लोग गाय की हत्या पर परेशान थे. योगेश पुलिस स्टेशन केस दर्ज करवाने गया था. इस दौरान चिंगरावथी पुलिस स्टेशन पर हिंसा शुरू हो गई. योगेश राज का इससे कुछ लेना देना नहीं है. वह हमारे जिला संयोजक हैं, हम उनके साथ हैं और वह निर्दोष हैं.'

भाटी ने आगे कहा, 'एक निजी हथियार से सुमित की हत्या की गई थी. एफआईआर में कहा गया है कि सुबोध कुमार की प्राइवेट पिस्तौल को लूट लिया गया था. निश्चित रूप से योगेश को आत्मसमर्पण करना चाहिए, लेकिन एक बड़ी एजेंसी को इस मामले की जांच करनी चाहिए. इस एफआईआर में पुलिस खुद शिकायतकर्ता है और ऐसी स्थिति में वे निष्पक्ष जांच कैसे कर सकते हैं?

इस मामले पर SIT जांच पर भाटी ने कहा, 'मैं इससे संतुष्ट नहीं हूं.. मुझे लगता है सीबीआई को जांच करनी चाहिए. पूरे देश में बजरंग दल की हिंसक संगठन के रूप में छवि खराब हो रही है. सच्चाई को बाहर आना चाहिए. बजरंग दल का जिला स्तर का कार्यकर्ता ऐसा नहीं कर सकता.' प्रवीण भाटी ने आगे कहा, 'सुबोध सिंह की हत्या को अख़लाक़ लिंचिंग केस से जोड़कर देखे जाना गलत है.'

और पढ़ें: बुलंदशहर हिंसा : मुख्य आरोपी योगेश राज का वीडियो आया सामने, कहा- मैं घटनास्थल नहीं था मौजूद

पुलिस ने 88 लोगों के खिलाफ मामला दर्ज किया है, जिनमें से 25 को नामजद किया गया है. हिंसा में शामिल लोगों का पता लगाने के लिए पांच पुलिस टीमों का गठन किया गया है और 22 स्थानों पर छापेमारी की गई है. इस पूरे मामले की जांच के लिए एसआईटी का गठन हो गया है. एडीजी (इंटेलीजेंस) को भी जांच सौंपी गई है. एडीजी (मेरठ जोन) एसआईटी की अगुवाई करेंगे.

गौरतलब है कि उत्तर प्रदेश के बुलंदशहर में गोकशी के शक में हुए बवाल स्याना थाने के इंस्पेक्टर की मौत हो गई. हत्या के बाद इलाके में तनाव का माहौल है, जिसे देखते हुए कई जिलों की पुलिस, पीएसी और आरएएफ को बुला लिया गया है। मामले में गृह विभाग भी पैनी नजर बनाए हुए है. प्रमुख सचिव गृह अरविंद कुमार मामले में पल.पल की अपडेट ले रहे हैं. प्रमुख सचिव (गृह) अरविंद कुमार ने बुलंदशहर के एसपी और डीएम से मामले की पूरे मामले में पैनी नजर रखने को कहा है. सिंह के परिवार में उनकी पत्नी सुनीता और दो बच्चे हैं. उनका बड़ा बेटा श्रेय एमबीए कर रहे हैं जबकि छोटा बेटा अभिषेक इंजीनियरिंग का छात्र है.