सरकार की सहयोगी टीडीपी का लोकसभा में हंगामा, कहा- मोदी दें आंध्र प्रदेश को विशेष राज्य का दर्जा
बजट में आंध्र प्रदेश (एपी) को उम्मीद मुताबिक फंड नहीं मिलने से नाराज सरकार की सहयोगी तेलगू देशम पार्टी (टीडीपी) ने लोकसभा में जमकर हंगामा किया।
highlights
- आंध्र प्रदेश को विशेष राज्य का दर्जा दिये जाने की मांग पर अड़ी टीडीपी
- टीडीपी ने लोकसभा में किया हंगामा, सरकार की सहयोगी है पार्टी
- टीडीपी का आरोप है कि बजट में वित्त मंत्री अरुण जेटली ने आंध्र प्रदेश की अनदेखी की
नई दिल्ली:
बजट में आंध्र प्रदेश (एपी) को उम्मीद मुताबिक फंड नहीं मिलने से नाराज सरकार की सहयोगी तेलगू देशम पार्टी (टीडीपी) ने लोकसभा में जमकर हंगामा किया। टीडीपी सांसदों ने एपी को विशेष राज्य का दर्जा दिये जाने और अन्य मांगों को लेकर प्रदर्शन किया।
टीडीपी के प्रदर्शन में विपक्षी दल वाईएसआर कांग्रेस का भी साथ मिला और वेल में आकर सांसदों ने आवाज उठाई। इस दौरान लोकसभा अध्यक्ष सुमित्रा महाजन बारबार सांसदों से वापस अपनी सीट पर जाने के लिए आग्रह करती रहीं।
इसके बावजूद भी टीडीपी सदस्यों ने नारे लगाना जारी रखा और प्रदर्शन के दौरान एक समय गाना भी गाया।
टीडीपी सांसदों के हाथों में तख्तियां भी दिखी। जिसपर लिखा था- सदस्य 'सेव एपी, सेव डेमोक्रेसी', 'फॉलो एलाइंस धर्म नाउ' और 'वी डिमांड स्पेशल स्टेटस फॉर एपी'।
सांसदों के अड़ियल रवयै को देखते हुए सदन की कार्यवाही 11:20 तक दस मिनट के लिए स्थगित करनी पड़ी। टीडीपी का आरोप है कि केंद्रीय बजट में वित्त मंत्री अरुण जेटली ने आंध्र प्रदेश की अनदेखी की।
वहीं सरकार ने इसे संवेदनशील बताते हुए कहा कि मांगों पर विचार किया जा रहा है। संसदीय कार्यमंत्री अनंत कुमार ने लोकसभा में कहा, 'टीडीपी के दोस्तों को बताना चाहते हैं कि उनकी मांग काफी संवेदनशील है। पीएम (नरेंद्र मोदी) और जीओआई (भारत सरकार) आंध्र प्रदेश के विवास के लिए संवेदनशील हैं। जिस मसले को उठाया गया है उसे हम देख रहे हैं।'
आपको बता दें कि दक्षिण भारत में टीडीपी बीजेपी की प्रमुख और बड़ी सहयोगियों में से एक है। लेकिन बजट के बाद से टीडीपी लगातार सरकार पर सवाल उठा रही है। पिछले दिनों टीडीपी के एक सांसद ने बीजेपी को 'वॉर' की चेतावनी दी थी।
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टीजी वेंकटेश ने कहा था, 'हम उनके(बीजेपी) खिलाफ जंग का ऐलान कर रहे हैं। अब हमारे पास सिर्फ तीन ही रास्ते हैं। पहला की हम कोशिश करेंगे की यह गठबंधन बरकार रहे। दूसरा की हमारे सांसद इस्तीफा दे दे। तीसरा की हम यह गठबंधन तोड़ दे।'
बजट के बाद टीडीपी प्रमुख चंद्रबाबू नायडू ने बैठक बुलाई। जहां गठबंधन पर आगे की रणनीति पर भी चर्चा की गई। हालांकि गृहमंत्री राजनाथ सिंह के आश्वासन के बाद मामला शांत होता दिखा। गृहमंत्री राजनाथ सिंह और आंध्र प्रदेश के मुख्यमंत्री नायडू के बीच लगभग 15 मिनट तक फोन पर बातचीत हुई।
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