जनता से संदेह का लाभ उठा रहे कर्नाटक के मुख्यमंत्री
जनता से संदेह का लाभ उठा रहे कर्नाटक के मुख्यमंत्री
नई दिल्ली:
कर्नाटक के मुख्यमंत्री बसवराज बोम्मई को अब तक जनता से संदेह का लाभ मिल रहा है, जबकि बी.एस. येदियुरप्पा।
आईएएनएस सीवोटर ट्रैकर डेटा से पता चलता है कि कर्नाटक के मुख्यमंत्री के साथ संतुष्टि के स्तर के बारे में पूछे जाने पर पता नहीं/कह नहीं सकता खंड 50 प्रतिशत तक है। अप्रूवल रेटिंग महज 10 फीसदी है।
कर्नाटक के मामले में जनता अभी तक नए मुख्यमंत्री बसवराज बोम्मई को संदेह का लाभ दे रही है। अब तक की एकमात्र उपलब्धि यह है कि बी.एस. येदियुरप्पा। कर्नाटक की धारणा की लड़ाई में पता नहीं/कह नहीं सकता श्रेणी हावी है, क्योंकि लोग अभी भी नए सीएम को जान रहे हैं।
जबकि कम लोकप्रियता रेटिंग के कारण पांच मुख्यमंत्रियों को हटा दिया गया है, जैसा कि पहले आईएएनएस सीवोटर ट्रैकर में दिखाया गया था। आंकड़े बताते हैं कि हरियाणा और राजस्थान के मुख्यमंत्री फिसलन भरे मैदान में हैं।
भाजपा ने हाल ही में गुजरात, कर्नाटक और उत्तराखंड में मुख्यमंत्री बदले हैं। उत्तराखंड के मामले में इस साल दो बार मुख्यमंत्री बदले गए। कांग्रेस ने भी हाल ही में पंजाब में अपने मुख्यमंत्री को हटाकर उसका अनुसरण किया।
तमिलनाडु और पुडुचेरी के दो अन्य अलोकप्रिय मुख्यमंत्रियों को इस साल की शुरुआत में हुए विधानसभा चुनावों के बाद बाहर कर दिया गया था।
सीवोटर इंटरनेशनल के संस्थापक-निदेशक यशवंत देशमुख ने कहा, आईएएनएस सीवोटर ट्रैकर की रेटिंग को बोर्ड भर में सही ठहराया गया है। जबकि तमिल और पुडुचेरी के दो सीएम को लोगों ने वोट दिया था, वहीं बीजेपी के पास अपने सीएम को बदलने की समझदारी थी। गुजरात, कर्नाटक और उत्तराखंड। कांग्रेस भी पंजाब में बदलाव के लिए गई है।
देशमुख ने कहा, रडार पर हरियाणा और राजस्थान के मुख्यमंत्री क्रमश: मनोहर लाल खट्टर और अशोक गहलोत हैं, जिनकी रेटिंग लगातार खराब रही है।
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