AyodhyaVerdict : अयोध्या में भव्य राम मंदिर बनने का रास्ता साफ
अयोध्या में भव्य राम मंदिर बनने का रास्ता साफ
नई दिल्ली:
देश के सबसे पुराने मामले अयोध्या केस (Ayodhya case) में सुप्रीम कोर्ट (Supreme Court) आज फैसला सुनाएगा. 40 दिन तक चली सुनवाई के बाद सुप्रीम कोर्ट ने 16 अक्टूबर को फैसला सुरक्षित रख लिया था. पांच जजों की संवैधानिक पीठ सुबह 10.30 बजे कोर्ट में बैठेगी और इसके बाद अपना निर्णय सुनाएगी. चीफ जस्टिस रंजन गोगोई (CJI Ranjan Gogoi) की अगुवाई में पांच जजों की संविधान पीठ ने इस मामले को सुना है और अब यही पीठ ऐतिहासिक फैसला लिखने के करीब है. इस बीच प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने देशवासियों ने संयम, शांति और सौहार्द बनाए रखने की अपील की है.
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अयोध्या पर सुप्रीम कोर्ट का फैसला : -ASI ने ये नहीं कहा कि मंदिर तोड़कर मस्जिद बनाई गई थी-आस्था और विश्वास पर कोई विवाद नहीं हो सकता-हिंदुओं का विश्वास -विवादित स्थल पर भगवान राम का जन्म हुआ था-पुरातात्विक प्रमाणों से हिंदू धर्म से जुड़ी संरचना का पता चलता है-इतिहासकारों और यात्रिओं के विवरणों से भगवान राम के जन्म भूमि का ज़िक्र-ब्रिटिश शासन के पहले से राम चबूतरा और सीता रसोई की पूजा के सबूत
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फैसले पर सभी जज एकमत
फैसले को लेकर कोई मतभेद नहीं
सभी जजों ने सर्वसम्मति से दिया फैसला
चीफ जस्टिस फैसला सुना रहे हैं.
सुन्नी वक्फ बोर्ड की अपील खारिज कर दी गई है.
सुन्नी बोर्ड की याचिका खाजिर कर दी गई है.
फैसले पर इस वक्त दस्तखत किए जा रहे हैं.
CJI ने की शांति की अपील
सुप्रीम कोर्ट के जज अपनी कुर्सी पर बैठ गए हैं.
कोर्ट रूम पूरी तरह से खचाखच भरा हुआ है.
अब से चंद मिनटों बाद ही फैसला आना शुरू हो जाएगा.
फैसला सुनाने वाले पांचों जज सुप्रीम कोर्ट पहुंच गए हैं.
सुप्रीम कोर्ट का गेट नंबर एक खुल गया है.
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ प्रदेश के आला अधिकारियों के साथ बैठक कर रहे हैं.
लखनऊ में उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ सुरक्षा व्यवस्था का जायजा ले रहे हैं.
पांच जजों की संवैधानिक पीठ अब से कुछ ही देर में फैसला सुनाना शुरू करेगी.
गृह मंत्री अमित शाह के घर पर बड़ी बैठक
इस बीच गृह मंत्री अमित शाह के घर पर बड़ी बैठक हो रही है. इस दौरान सुरक्षा व्यवस्था का जायजा लिया जा रहा है. एनएसए, आईबी चीफ समेत सभी आला अधिकारी मौजूद हैं.
महज आधे घंटे बाद सबसे बड़ा फैसला
सुप्रीम कोर्ट के बाहर भारी संख्या में भीड़ इस वक्त मौजूद है.
उत्तर प्रदेश के आगरा और अलीगढ़ में शाम छह बजे तक के लिए इंटरनेट सेवा बंद की गई.
अयोध्या फैसले को लेकर पश्चिमी यूपी के संवेदनशील जिले सहारनपुर में भी सुरक्षा व्यवस्था चाक चौबंद है. शहर के कई संवेदनशील इलाकों में आईटीवीपी के जवानों को तैनात किया गया है. सीसीटीवी के जरिए यहां निगाह रखी जा रही है. अधिकारी सुबह सवेरे से गश्त पर निकले हुए हैं. इसके अलावा चौक चौराहों पर सामाजिक लोगों की भी ड्यूटी लगाई गई है जो अमन भाई चारे का संदेश देते नजर आ रहे हैं
सुप्रीम कोर्ट पहुंचा जजों का पैनल
सुप्रीम कोर्ट पहुंचा जजों का पैनल, कुछ ही देर में आएगा फैसला
बिहार के मुख्यमंत्री, नीतीश कुमार ने कहा है कि सुप्रीम कोर्ट के फैसले को सभी को मानना चाहिए, इस पर कोई विवाद नहीं होना चाहिए. हम सभी से अपील करते हैं कि नकारात्मक माहौल न बनाएं, सौहार्द बनाए रखा जाए.
बढ़ाई गई अयोध्या की सुरक्षा
आशुतोष पाण्डे ने बताया कि अर्द्धसैनिक बल, आरपीएफ और पीएसी की 60 कंपनियों की तैनाती कर दी गई है. 1200 पुलिस कांस्टेबल, 250 सब-इंस्पेक्टर, 20 डिप्टी एसपी और दो एसपी की तैनाती की गई है. सुरक्षा निगरानी के लिए डबल लेयर बैरिकेडिंग, 35 सीसीटीवी और 10 ड्रोन तैनात किए गए हैं, इससे पूरी निगरानी की जा रही है.
उत्तर प्रदेश के एडीजी अभियोजन आशुतोष पाण्डे की ओर से कहा गया है कि अयोध्या में भक्त रामलला के दर्शन कर सकते हैं. भक्तों के मंदिर जाने पर कोई भी प्रतिबंध नहीं है. वहां के बाजार खुले हुए हैं और जनजीवन पूरी तरह से सामान्य बना हुआ है.
अलीगढ़ जिला मजिस्ट्रेट चंद्र भूषण सिंह ने पूरे जिले में 12 बजे (08.11.2019) से 12 बजे (09.11.2019) तक सभी मोबाइल इंटरनेट सेवाएं बंद कर दी हैं.
उत्तर प्रदेश में भी धारा 144 (एक क्षेत्र में 4 से अधिक लोगों की सभा पर प्रतिबंध लगाया गया है) लागू है.
भोपाल के कलेक्टर और जिला मजिस्ट्रेट ने अयोध्या के फैसले पर से पहले जिले में धारा 144 (4 से अधिक लोगों के एकत्रित होने पर प्रतिबंध) लगा दिया है. सभी निजी और सरकारी स्कूल, कॉलेज कल बंद रहेंगे.
यूपी के साथ ही कर्नाटक में भी 11 नवंबर तक के लिए स्कूल-कॉलेज बंद कर दिए गए हैं.
मुंबई पुलिस पीआरओ ने बयान जारी कर कहा कि मुंबई पुलिस स्थिति से अवगत है और हम कड़ी निगरानी रख रहे हैं. सुप्रीम कोर्ट के फैसले को लेकर हमारी तैयारी शुरू हो गई है. पर्याप्त व्यवस्था की जा रही है.
पीएम मोदी ने तीसरा ट्वीट कर कहा कि अयोध्या पर सुप्रीम कोर्ट का जो भी फैसला आएगा, वो किसी की हार-जीत नहीं होगा. देशवासियों से मेरी अपील है कि हम सब की यह प्राथमिकता रहे कि ये फैसला भारत की शांति, एकता और सद्भावना की महान परंपरा को और बल दे. बता दें कि सीएम योगी ने भी प्रदेशवासियों को शांति व्यवस्था बनाए रखने की अपील की है.
उन्होंने अपने दूसरे ट्वीट में लिखा कि देश की न्यायपालिका के मान-सम्मान को सर्वोपरि रखते हुए समाज के सभी पक्षों ने, सामाजिक-सांस्कृतिक संगठनों ने, सभी पक्षकारों ने बीते दिनों सौहार्दपूर्ण और सकारात्मक वातावरण बनाने के लिए जो प्रयास किए, वे स्वागत योग्य हैं. कोर्ट के निर्णय के बाद भी हम सबको मिलकर सौहार्द बनाए रखना है.
पीएम नरेंद्र मोदी ने ट्वीट कर कहा कि अयोध्या पर शनिवार को सुप्रीम कोर्ट का निर्णय आ रहा है. पिछले कुछ महीनों से सुप्रीम कोर्ट में निरंतर इस विषय पर सुनवाई हो रही थी, पूरा देश उत्सुकता से देख रहा था. इस दौरान समाज के सभी वर्गों की तरफ से सद्भावना का वातावरण बनाए रखने के लिए किए गए प्रयास बहुत सराहनीय हैं.