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केजरीवाल का 'मच्छर-मुक्त' अभियान, दिल्ली में चिकनगुनिया-डेंगू के ये हैं हालात

सीएम अरविंद केजरीवाल गुरुवार सुबह करीब 11 बजे दिल्ली में 'मच्छर-मुक्त' अभियान चलाएंगे।

News Nation Bureau
| Edited By :
22 Sep 2016, 12:34:16 PM (IST)

नई दिल्ली:

अरविंद केजरीवाल ने गुरुवार 'मच्छर-मुक्त दिल्ली' अभियान चलाया। उन्होंने अपने आवास से हरी झंडी दिखाकर इस कैंपेन का शुभारंभ किया। ये मिशन दिल्ली में मच्छरों को खत्म करने के लिए है। बता दें कि देश की राजधानी में डेंगू और चिकनगुनिया की वजह से कई लोगों की जान चली गई, जबकि बहुत लोग अभी भी बीमार हैं।

पहले भी केजरीवाल ने अपील की थी कि सभी राजनीतिक दलों को अपनी राजनीति एक तरफ रखकर चिकनगुनिया से लड़ने के लिए एकजुट होना चाहिए।

My appeal to all Delhiites on the issue of Chikengunea n dengue fever https://t.co/xDvBv9zD46

— Arvind Kejriwal (@ArvindKejriwal) September 18, 2016

Delhi CM @ArvindKejriwal appeal to everyone pic.twitter.com/4dBdihafSn

— Akshay Malhotra (@Akshay1Malhotra) September 18, 2016

अब तक कितने लोगों की मौत, कितने प्रभावित

चिकनगुनिया से दिल्ली में अब तक 33 लोगों की जान जा चुकी है। वहीं, करीब 2800 लोग प्रभावित हैं। राजधानी में करीब 3,000 लोग इन बीमारियों से प्रभावित हैं। डेंगू से 18 लोगों की जान गई है, जबकि इससे 1,100 से ज्यादा लोग प्रभावित हैं।

डेंगू-चिकनगुनिया पर पॉलिटिक्स

केंद्र और दिल्ली की सरकार ने अपनी जिम्मेदारियों से पल्ला झाड़ लिया था। दोनों ही सरकारों का कहना था कि चिकनगुनिया से मौत नहीं हो सकती। यूनियन हेल्थ मिनिस्टर जेपी नड्डा ने कहा था कि "चिकनगुनिया की वजह से किसी की मौत नहीं हो रही है।" जबकि, अब तक दिल्ली में चिकनगुनिया से अस्पतालों में 11 मरीज दम तोड़ चुके हैं। वहीं, दिल्ली हेल्थ मिनिस्टर सत्येंद्र जैन ने भी कहा कि "चिकनगुनिया घातक नहीं है। चिकनगुनिया के कारण कोई मौत नहीं हुई है। हालांकि, मीडिया ये दिखा रहा है कि इस बीमारी की वजह से मरीजों की मौत हो रही है।" सत्येंद्र जैन ने ये बयान तब दिया, जब दो अस्पतालों ने कन्फर्म कर दिया था कि दिल्ली में चिकनगुनिया से 5 लोग जान गंवा चुके हैं। जैन ने मीडिया पर नाराज़गी जाहिर की और गलत खबरें पेश करने का आरोप भी लगाया था।

दुनियाभर में है चिकनगुनिया का प्रकोप

वर्ल्ड हेल्थ ऑर्गनाइजेशन की रिपोर्ट के मुताबिक, चिकनगुनिया के प्रकोप से दुनिया भर में मौत होती हैं। साल 2005-2006 में हिंद महासागर में रियूनियन द्वीप के आसपास चिकनगुनिया के 2.6 लाख केस दर्ज हुए थे। वहीं, 254 लोगों की मौत की खबर थी। साल 2015 में कैरेबियन, लैटिन अमेरिका में भी 13.79 लाख केस कन्फर्म हुए थे और चिकनगुनिया से 191 लोगों की मौत हुई थी।

क्या कहते हैं डॉक्टर?

सीनियर डॉक्टर का कहना है कि अगर चिकनगुनिया के लक्षण बहुत कम होते हैं या फिर संक्रमण पहचान में नहीं आता है तो केस-मौतों का रिपोर्ट में उल्लेख नहीं करते हैं। आमतौर पर लोग इस बीमारी का टेस्ट नहीं कराते हैं। इस वजह से इसकी रिपोर्ट बनानी मुश्किल हो जाती है।

डेंगू-चिकनगुनिया से बचने के लिए ये करें

- मच्छरदानी का इस्तेमाल करें और शरीर को ढककर रखें।
- घर में नियमित रूप से सफाई करें।
- दरवाजे और खिड़कियां बंद रखें, ताकि मच्छर अंदर न आ सकें।
- खाली बर्तनों में पानी इकट्ठा न होने दें।
- घर में तुलसी का पौधा लगाने से भी मच्छर दूर रहते हैं।
- सादा खाना खाएं। ताज़े और मौसमी फलों का सेवन करें।
- नारियल पानी के साथ हर घंटे पानी पिएं।
- खाने में सलाद को शामिल करें।