त्रिपुरा में लेनिन की एक और मूर्ति गिराने का मामला सामने आया, BJP 'समर्थकों' ने गिराई थी पहली प्रतिमा
विधानसभा चुनाव के बाद त्रिपुरा में जारी राजनीतिक हिंसा के बीच रूसी साम्यवादी क्रांति के नायक व्लादिमीर लेनिन की एक और मूर्ति को गिराने का मामला सामने आया है।
highlights
- विधानसभा चुनाव के बाद त्रिपुरा में जारी राजनीतिक हिंसा के बीच लेनिन की एक और मूर्ति को गिराने का मामला सामने आया है
- हालांकि अभी तक यह साफ नहीं हो पाया है कि इस मूर्ति को कब और किसने गिराया
नई दिल्ली:
विधानसभा चुनाव के बाद त्रिपुरा में जारी राजनीतिक हिंसा के बीच रूसी साम्यवादी क्रांति के नायक व्लादिमीर लेनिन की एक और मूर्ति को गिराने का मामला सामने आया है।
सबरूम मोटर स्टैंड के पास लगी इस मूर्ति को गिराया गया है। हालांकि अभी तक यह साफ नहीं हो पाया है कि इस मूर्ति को कब और किसने गिराया।
इससे पहले दक्षिणी त्रिपुरा के बेलोनिया कॉलेज स्क्वायर में कथित रुप से बीजेपी (भारतीय जनता पार्टी) समर्थकों द्वारा लेनिन की मूर्ति गिराई गई थी। इस घटना को लेकर बीजेपी और वामपंथी दल आमने-सामने हैं।
सीपीएम (मार्क्सवादी कम्युनिस्ट पार्टी) नेताओं का आरोप है कि बीजेपी कार्यकर्ताओं ने इस घटना को अंजाम दिया।
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बीजेपी का कमल निशान वाले टोपी पहन रखे कुछ लोगों ने बुलडोजर की मदद से रुसी क्रांति के नायक व्लादिमीर लेनिन की मूर्ति गिराई और इसके बाद भीड़ ने 'भारत माता की जय' के नारे लगाने शुरू कर दिए।
गौरतलब है कि त्रिपुरा में बीजेपी को ऐतिहासिक जीत मिलने के बाद से कई इलाकों में बीजेपी और वामपंथी कार्यकर्ताओं द्वारा हिंसा और तोड़फोड़ का मामला सामने आया है।
जिसकी वजह से कई इलाकों में धारा 144 लगा दिया गया है और गृह मंत्रालय ने राज्य के राज्यपाल और पुलिस महानिदेश से यथास्थिति की जानकारी मांगी है।
त्रिपुरा में पहली बार भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) और आईपीएफटी के गठबंधन को बड़ी जीत मिली है।
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