हेवलॉक द्वीप में फंसे सभी पर्यटक सुरक्षित, तूफान कम होते ही शुरु होगा बचाव कार्य: राजनाथ सिंह
अंडमान निकोबार में भारी बारिश की वजह से हेवलॉक आईलैंड पर 1400 पर्यटकों के बारें में गृह मंत्री राजनाथ सिंह ने कहा कि सभी पर्यटक सुरक्षित हैं।
highlights
- अंडमान के हेवलॉक और नील द्वीपों में तकरीबन 1,400 सैलानी फंसे हैं
- हैवलॉक आईलैंड्स राजधानी पोर्ट ब्लेयर से करीब 40 किलोमीटर दूर
- राजनाथ ने कहा सभी यात्री है सुरक्षित,जल्द शुरू होगा रेसक्यू
नई दिल्ली:
अंडमान निकोबार में भारी बारिश की वजह से हेवलॉक आईलैंड पर फंसे 1400 पर्यटकों के बारें में गृह मंत्री राजनाथ सिंह ने कहा कि सभी पर्यटक सुरक्षित हैं। भारतीय नौसेना ने उनको बचाने के लिए अभियान चलाया है, लेकिन खराब मौसम की वजह से बचाव अभियान में बाधा आ रही है।
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अंडमान के हेवलॉक और नील द्वीपों में तूफानी मौसम की वजह से तकरीबन 1400 पर्यटक फंसे हुए हैं। ऐसे में गृह मंत्री राजनाथ सिंह ने आश्वस्त करते हुए ट्वीट किए। गृह मंत्री ने कहा,'सभी पर्यटक सुरक्षित हैं, उनको वहां से निकालने के लिए सभी तैयारियां कर ली गई हैं'।
गृह मंत्री ने कहा, 'अंडमान एवं निकोबार द्वीप समूह के उपराज्यपाल डॉ जगदीश मुखी से उनकी बातचीत हुई है, उन्होंने उनको वहां की स्थिति से अवगत कराया है। राजनाथ ने जानकारी दी कि अंडमान की राजधानी पोर्ट ब्लेयर में टीम तैयार है और तूफान की तीव्रता कम होते ही सरकार जल्द से जल्द राहत और बचाव कार्य शुरू करेगी।
The government will launch the rescue operations immediately after the intensity of the cyclone reduces. The teams are ready in Port Blair.
— Rajnath Singh (@rajnathsingh) December 8, 2016इससे पहले नौसेना ने फंसे हुए पर्यटकों को निकालने के लिए बुधवार को चार पोतों को लगाया था। नेवी ने बित्रा, बंगाराम और कुंभीर जहाजों को इस काम के लिए भेजा है। सभी पर्यटकों को हैवलॉक द्वीप से निकालकर पोर्ट ब्लेयर ले जाया जाएगा। हेवलॉक आईलैंड पोर्ट ब्लेयर से 40 किलोमीटर दूर है।
Spoke to Lieutenant Governor of Andaman and Nicobar Islands, Dr. Jagdish Mukhi who apprised me of the situation in Havelock Islands.
— Rajnath Singh (@rajnathsingh) December 8, 2016अंडमान में नील और हेवलॉक बेहद लोकप्रिय पर्यटक स्थल हैं और सैलानियों को वहां से लाने के माध्यम पोत या हेलीकॉप्टर हैं, जिन्होंने सोमवार रात से खराब मौसम की वजह से अभियान को रोक दिया है।