अन्नाद्रमुक ने होगेनक्कल पेयजल परियोजना पर तमिलनाडु सरकार का समर्थन किया
अन्नाद्रमुक ने होगेनक्कल पेयजल परियोजना पर तमिलनाडु सरकार का समर्थन किया
चेन्नई:
अखिल भारतीय अन्ना द्रविड़ मुनेत्र कषगम(अन्नाद्रमुक)ने राज्य में होगेनक्कल पेयजल परियोजना के दूसरे चरण के लिए तमिलनाडु सरकार को अपना समर्थन दिया है। यह परियोजना राज्य के धर्मपुरी तथा कृष्णगिरि जिले में है।
अन्नाद्रमुक के नेता और पूर्व मुख्यमंत्री ओ पन्नीरसेल्वम ने जारी एक बयान में इसके लिए कर्नाटक सरकार की भी आलोचना की है।
उन्होंने कहा कि कर्नाटक के पास तमिलनाडु के भीतर होगेनक्कल पेयजल परियोजना के कार्यान्वयन को रोकने के लिए कोई नैतिक या इस मामले के लिए कानूनी अधिकार नहीं हैं। कर्नाटक कावेरी में पानी की मात्रा को छोड़ने से इनकार करता है लेकिन वह सुप्रीम कोर्ट के फैसले के अनुसार पानी छोड़ने के लिए उस समय तक बाध्य है जब तक कर्नाटक के सभी जलाशयों को भर नहीं दिया जाता है।
उन्होंने यह भी कहा कि द्रमुक सरकार को इस परियोजना को लागू करना चाहिए और अन्नाद्रमुक इसे अपना पूरा समर्थन देगा।
श्री पन्नीरसेल्वम ने कहा कि कर्नाटक तमिलनाडु में किसी भी परियोजना का विरोध करता है और उसे ऐसा करने का कोई अधिकार नहीं है।
उन्होंने कहा कि होगेनक्कल पेयजल परियोजना पर एक विस्तृत परियोजना रिपोर्ट 1986 में एम.जी. रामचंद्रन की अवधि के दौरान तैयार की गई थी। लेकिन धन की कमी के कारण लागू नहीं किया जा सका।
अन्नाद्रमुक नेता ने कहा कि तत्कालीन मुख्यमंत्री और अन्नाद्रमुक नेता दिवंगत जे. जयललिता ने भी 2005 में केंद्र सरकार को एक प्रस्ताव भेजा था और 2008 में इसकी आधारशिला रखी थी।
आईएएनएस
जेके
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