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यशवंत सिन्हा के जख्मों को कुरेद गया अजित डोभाल की कैबिनेट रैंक का मिलना, जानिए क्या है वजह

अजित डोभाल की नियुक्ति पर भारतीय जनता पार्टी के बागी नेता यशवंत सिन्हा ने अब सवाल खड़े किए है.

News Nation Bureau
| Edited By :
05 Jun 2019, 06:45:19 AM (IST)

highlights

  • बागी नेता यशवंत सिन्हा को हुई टीस
  • डोभाल के कैबिनेट रैंक पर उठाया सवाल
  • 75+ के नेताओं को कैबिनेट से बाहर किया 

नई दिल्ली:

भारत के राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार (National Security Advisor) अजित डोभाल (Ajit Doval) को नरेंद्र मोदी सरकार ने एक बार फिर से 5 साल के लिए बरकरार रखा है. इसके साथ ही उनका प्रमोशन कर उन्हें कैबिनेट मंत्री का दर्जा भी दिया गया है. डोभाल की नियुक्ति पर भारतीय जनता पार्टी के बागी नेता यशवंत सिन्हा ने अब सवाल खड़े किए है. उन्होंने ट्विट करते हुए लिखा है कि अजित डोभाल पहले से ही 74 साल के हो चुके हैं और उन्हें फिर भी कैबिनेट रैंक का दर्जा कैसे दिया जा रहा है.

मंगलवार को बीजेपी के बागी नेता यशवंत सिन्हा ने ट्वीट किया कि अजित डोभाल 74 साल के हो गए हैं. फिर उन्हें 5 साल के लिए राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार बना दिया गया है इतना ही नहीं अब उन्हें कैबिनेट मंत्री का दर्जा भी दिया गया है. शायद, जो नियम सांसदों और मंत्रियों के लिए लागू होता है वह कैबिनेट रैंक के लिए लागू नहीं होता है.

आपको बता दें कि यशवंत सिन्हा ने इस ट्वीट के जरिए भारतीय जनता पार्टी के उस नियम पर सवाल खड़े किए हैं जिसमें 75 साल से ज्यादा उम्र के नेताओं को टिकट न देने की बात कही जाती है. आपको बता दें कि इस बार बीजेपी के कई वरिष्ठ नेताओं को टिकट नहीं दिया गया था जिनमें बीजेपी के सबसे बुजुर्ग नेता लाल कृष्ण आडवाणी, सुमित्रा महाजन, मुरली मनोहर जोशी जैसे नेता शामिल थे.

भारतीय जनता पार्टी की कमान जब से नरेंद्र मोदी और अमित शाह के हाथों में आई है तब से उन्होंने 75 साल से अधिक उम्र के नेताओँ को मंत्री बनाने पर भी रोक लगाने की रणनीति बनाई है. आपको बता दें कि सोमवार को मोदी सरकार ने फैसला करते हुए अजीत डोभाल के कार्यकाल को आगे बढ़ाया और अगले 5 साल के लिए उन्हें ही NSA बरकरार रखा. अजित डोभाल के राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार के पद पर रहते हुए ही भारत ने पाकिस्तान में घुसकर एयरस्ट्राइक और सर्जिकल स्ट्राइक की थी.