कृषि मंत्री बोले- जल्द खत्म होगा किसानों का आंदोलन
पंजाब, हरियाणा और पश्चिमी उत्तर प्रदेश से किसान संगठनों का ट्रैक्टर के साथ राजधानी दिल्ली आने की कोशिशें जारी हैं. वहीं महाराष्ट्र में आज मुंबई के आजाद मैदान में 15000 किसान रविवार को ही पहुंच गए थे.
नई दिल्ली :
कृषि कानूनों को लेकर देश में किसानों का विरोध में जारी है किसानों का आंदोलन का आज 61वां दिन है. देश की राजधानी दिल्ली की सीमाओं पर डटे किसान पीछे हटने को तैयार नहीं है. वहीं इस बीच 26 जनवरी को लेकर किसानों की ट्रैक्टर परेड की तैयारियां जोरों पर हैं. पंजाब, हरियाणा और पश्चिमी उत्तर प्रदेश से किसान संगठनों का ट्रैक्टर के साथ राजधानी दिल्ली आने की कोशिशें जारी हैं. वहीं महाराष्ट्र में आज मुंबई के आजाद मैदान में 15000 किसान रविवार को ही पहुंच गए थे जहां आज वो एक रैली में हिस्सा लेंगे जिसे शरद पवार और महा विकास अघाड़ी के नेता संबोधित करेंगे. दोनों पक्षों के बीच अभी तक गतिरोध बना हुआ है.
केंद्रीय कृषि मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर ने कहा कि वे (किसान) 26 जनवरी के बजाय किसी और दिन चुन सकते थे, लेकिन उन्होंने अब घोषणा की है. बिना किसी दुर्घटना के शांतिपूर्ण ढंग से रैली आयोजित करना किसानों के साथ-साथ पुलिस प्रशासन के लिए भी चिंता का विषय होगा. उन्होंने आगे कहा कि किसानों का विरोध जल्द खत्म होगा.
किसान ट्रैक्टर रैली पर ट्रैफिक पुलिस अरेंजमेंट्स को लेकर ट्रैफिक पुलिस के संयुक्त आयुक्त मीनू चौधरी ने प्रेस वार्ता कर कहा कि तीन रूट पर रैली होगी. ट्रैफिक पुलिस ने आज शाम से ही उसके इंतजाम किए हैं. इसके चलते डाइवर्जन रहेंगे. पब्लिक से अनुरोध रहेगा कि उन रास्तों से बचें.
ट्रैक्टर परेड को लेकर संयुक्त किसान मोर्चा की बैठक हो रही है.
दिल्ली सीपी एसएन श्रीवास्तव ने कहा कि किसान नेताओं के साथ चर्चा के बाद हमने ट्रैक्टर रैली (26 जनवरी को) के लिए 3 मार्गों पर पारस्परिक रूप से सहमति व्यक्त की है. हमने (पुलिस और किसान नेताओं) मार्गों का दौरा किया है. कुछ राष्ट्रविरोधी तत्व हैं जो व्यवधान पैदा कर सकते हैं और हम इसके बारे में सावधान हैं.
महाराष्ट्र में कृषि कानूनों के विरोध में राज्य के विभिन्न जिलों के किसान मुंबई के आज़ाद मैदान में इकट्ठा हो रहे हैं.
यूपी दिल्ली गाजीपुर बॉर्डर पर गाजियाबाद के एसएसपी कलानिधि नैथानी और डीएम अजय शंकर पांडे किसान नेता राकेश टिकैत से बातचीत करने के लिए पहुंचे
किसानों ने कहा कि, हम संगठनों में कोई गतिरोध नही है उनको कार्यक्रम करने का अपना हक है हमारा अपना हक है.
किसानों ने आगे कहा कि हम सरकार के दबाव ने नही आयेंगे।हम सरकार की परेड को डिस्टर्ब नही करेंगे
तय रूट से असहमत किसानों ने कहा, संयुक्त किसान आंदोलन से तालमेल वाली जथेबंदियो ने जो रिंग रोड का रूट तय किया था हम उसी रूट पर जाएंगे.
तय किए गए रूट से किसान असहमत, कहा-पुलिस से अनुरोध करेंगे
मुंबई में आज हजारों किसानों की कृषि कानूनों के खिलाफ रैली में शरद पवार और आदित्य ठाकरे भी भरेंगे हुंकार.
हर विधानसभा क्षेत्र से 100 से ज्यादा ट्रैक्टर में किसान विधायकों के नेतृत्व में जाएंगे.
किसान आंदोलन के समर्थन कांग्रेस की टैक्टर रैली आज से शुरू होगी और गणतंत्र दिवस पर मंगलवार को श्रम राज्य मंत्री टीकाराम जूली के नेतृत्व में जिले भर से किसान ग्यारह सौ से ज्यादा ट्रैक्टरों में शाहजहांपुर बॉर्डर पहुंचेंगे.
यूपी दिल्ली गाजीपुर बॉर्डर पर किसानों की संख्या लगातार बढ़ रही है. वहीं गाजीपुर बॉर्डर से निकलने वाले ट्रैक्टर परेड के लिए 46 किलोमीटर का रूट तय किया गया है.
किसानों ने सरकार को दी धमकी, कहा- उत्तर प्रदेश में भानु यूनियन आह्वान कर देगी की जगह-जगह रोड जाम कर दो.
परमिशन के बाद भी प्रशासन ऐसा कर रहा है और अगर ऐसा ही रहा तो हम परेड में शामिल नहीं हो सकेंगे बल्कि बगल वाली सड़क रोक पूरा रास्ता ब्लॉक कर देंगे.
चिल्ला बॉर्डर की तस्वीर बाकी जगह से अलग.नाराज़गी और गुस्से में भरे बैठे हैं किसान. किसानों का कहना है कि जगह जगह ट्रैक्टर रोके जा रहे हैं, जबकि उन्होंने परमिशन ले रखी है.
किसानों का कहना है कि होने वाली ट्रैक्टर रैली की पूरी तैयारी है और जब तक सरकार बिल वापिस नहीं लेगी तब तक ये आंदोलन चलता रहेगा.
गाजीपुर बार्डर पर ट्रैक्टरों की वजह से लगा जाम आने जाने वाले लोगो घंटों जाम में फंसे रहना पड़ा.
दिल्ली के गाजीपुर बॉर्डर पर बीती रात को 26 जनवरी को होने वाली ट्रैक्टर रैली के लिए हजारों की संख्या में पहुंचे ट्रैक्टर.
किसान नेता सुखविंदर सिंह साभ्रा ने बताया कि हम बस यही कह रहे हैं कि हम वहां नहीं जाना चाहते, हम सिर्फ रिंग रोड जाना चाहते हैं जसको लेकर हम 10 पुलिस के साथ बैठक करेंगे
किसान इन ट्रैक्टरों के साथ ट्रालियों को नहीं लेकर जाएंगे लेकिन आज से ही स्टेज से भी आगे लाकर ट्रैक्टर खड़े कर दिए गए है.
किसानों ने की मार्च की तैयारी अलग अलग तरह के ट्रैक्टर आएंगे नज़र.
25 अगस्त से शुरू होने वाली नये कृषि कानूनों के लिए मुंबई पहुंचे हजारों किसान