.

Omicron: जनता के लिए खुशखबरी की लहर, मिला ओमीक्रॉन से लड़ने का तोड़

राहत की खबर ये है कि नेचर जर्नल में पब्लिश हुई इस स्टडी के मुताबिक वैज्ञानिकों ने उन एंटीबॉडीज को खोज लिया है जो ओमिक्रॉन और कोरोनावायरस के अन्य वैरिएंट को बेअसर करने में सक्षम हैं.

News Nation Bureau
| Edited By :
29 Dec 2021, 06:52:09 PM (IST)

नई दिल्ली :

सभी देशों में ओमीक्रॉन (Omicron) के कई मामले सामने आ चुके हैं और कईयों की मौत भी हो चुकी है. कोरोना वायरस के डेल्टा वैरिएंट(delta variant) और डेल्टा प्लस वैरिएंट (delta plus variant) मिलने के बाद देश में कोरोना वायरस की एक और लहर यानी की ओमीक्रॉन वैरिएंट की लहर शुरू हो गई है और हर दिन मामले बढ़ते ही जा रहे हैं. ओमीक्रोन (omicron news) के बढ़ते मामलों के बाद से नई दिल्ली में नाईट कर्फ्यू और येलो अलर्ट जारी हो गया है. और भी कई राज्य ऐसे हैं जहां पर नाईट कर्फ्यू (night curfew) और 50% लॉकडाउन (lockdown) लगाने की बात चल रही है. 

लेकिन इन सभी चीजों के बीच एक राहत की खबर सामने आ रही है. आपको बता दें राहत की खबर ये है कि नेचर जर्नल में पब्लिश हुई इस स्टडी के मुताबिक वैज्ञानिकों ने उन एंटीबॉडीज को खोज लिया है जो ओमिक्रॉन और कोरोनावायरस के अन्य वैरिएंट को बेअसर करने में सक्षम हैं. इसका मतलब है कि अगर भविष्य में कोरोना का कोई और भी वैरिएंट सामने आता है तो अब चिंता करने की बात नहीं है क्यूंकि वैज्ञानिकों द्वारा निर्माण किया गया ये एंटीबॉडी अब नए कोरोना वैरिएंट से भी लड़ने में सक्षम है. 

यह भी पढ़ें: Good News : बढ़ते Omicron के बीच बड़ा दावा, कोविड-19 महामारी का खात्मा जल्द

आपको बता दें कि वैज्ञानिकों ने एक ऐसे स्यूडोवायरस (Pseudovirus) का निर्माण किया है जिसमें ओमिक्रॉन जैसे स्पाइक प्रोटीन थे. वैज्ञानिकों ने अलग- अलग वैरिएंट की तुलना कर पाया कि महामारी की शुरुआती दौर के वायरस में पाए जाने वाले स्पाइक प्रोटीन की तुलना में ओमिक्रॉन वैरिएंट स्पाइक प्रोटीन 2.4 गुना बेहतर ढंग से खुद को मानव कोशिकाओं से बांधने में सक्षम था. 'यूनिवर्सिटी ऑफ वॉशिंगटन स्कूल ऑफ मेडिसिन' के एसोसिएट प्रोफेसर डेविड वेस्लर (David Veesler) ने कहा, "यह रिसर्च हमें बताती है कि कोरोना वायरस के स्पाइक प्रोटीन के सबसे सुरक्षित हिस्से को टारगेट करने वाली एंटीबॉडी पर ध्यान देकर उसकी लगातार खुद को नए रूप में ढालने की क्षमता से लड़ सकते हैं." अब ऐसे में उम्मीदें लगाई जा रही हैं कि जल्द ही किसी भी वैरिएंट से लड़ने के लिए नई वैक्सीन मार्केट में आ जाएगी.