कोरोना संक्रमण के बीच मंकीपॉक्स का खतरा, समलैंगिक पुरूषों में देखने को मिल रहा है संक्रमण
कोरोना संक्रमण के बीच मंकीपॉक्स का खतरा, समलैंगिक पुरूषों में देखने को मिल रहा है संक्रमण
highlights
- कोरोना संक्रमण के बीच मंकीपॉक्स का खतरा
- समलैंगिक पुरूषों में देखने को मिल रहा है संक्रमण
- WHO ने घोषित की ग्लोबल हेल्थ इमरजेंसी
नई दिल्ली:
कोरोना संक्रमण के बीच मंकीपॉक्स का खतरा भी देश में बढ़ता जा रहा है. मंकीपॉक्स का सबसे पहला केस केरल में सामने आया था. जिसके बाद से मंकीपॉक्स का डर अब लोगों को सताने लगा है, मंकीपॉक्स को लेकर हर दिन नए नए तर्क सामने आ रहे है. आपको बता दें कि न्यू इंगलैंड जर्नल ऑफ मेडिसिन के विशलेषण में बताया गया है कि मंकीपॉक्स वायरस से जुड़े ज्यादातर मामले समलैंगिक पुरूषों में देखने को मिल रहे है. दरअसल मंकीपॉक्स वायरस से जुड़े मामले को लेकर न्यू इंग्लैंड जर्नल ऑफ मेडिसिन द्वारा बताया गया है कि मंकीपॉक्स संक्रमण वाले कम से कम 98% व्यक्ति समलैंगिक पुरुष है.
इस बीमारी के कम्युनिटी ट्रांसमिशन को रोकने के लिए तेजी से इसकी पहचान और इलाज की जरूरत है. इसके प्रमुख लक्षण स्किन पर चकत्ते, बुखार, सुस्ती, सिरदर्द और लिम्फ नोड्स पर सूजन जैसे है. हाल ही में इस वायरस के संक्रमण का विश्लेषण करते हुए, कहा गया है कि अप्रैल 2022 से पहले मनुष्यों में मंकीपॉक्स वायरस संक्रमण शायद ही कभी अफ्रीकी क्षेत्रों के बाहर देखने को मिला था. फिलहाल भारत समेत दुनियाभर में मंकीपॉक्स के मामले सामने आ रहे हैं.
रिपोर्ट्स में बताया गया कि, 16 देशों में 528 मंकीपॉक्स के मामले का विश्लेषण करने से पता चलता है कि पुरुषों के बीच यह बीमारी यौन संबंध फैलने से हो सकती है. 27 अप्रैल से 24 जून 2022 के बीच 16 देशों में 43 साइटों पर 528 संक्रमित व्यक्तियों की लिस्ट थी.जिनमें कुल मिलाकर, संक्रमण वाले 98% लोग समलैंगिक पुरुष थे, और उनमें से 75% श्वेत थे और वहीं 41% को ह्यूमन इम्युनोडेफिशिएंसी वायरस का संक्रमण था. इसलिए संक्रमण के शिकार 95 फीसदी व्यक्तियों में यौन गतिविधियों के कारण वायरस का संचरण हुआ है.
इस विश्लेषण में मंकीपॉक्स वायरस के समलैंगिक पुरुषों में ज्यादा संक्रमण होने की बात कही गई थी. ब्रिटेन और यूरोप में ज्यादातर मामलों सामने आए जहां समलैंगिक पुरुषों को मंकीपॉक्स हुआ. फिलहाल ब्रिटेन, अमेरिका, इटली, स्वीडन, फ्रांस, स्पेन, पुर्तगाल, जर्मनी, ऑस्ट्रेलिया, कनाडा, बेल्जियम, नीदरलैंड्स, इजराइल, ऑस्ट्रिया और स्विट्जरलैंड में मंकीपॉक्स के केस सामने आए हैं.
वही अगर हम बात करें WHO यानि विश्व स्वास्थ्य संगठन की तो WHO ने मंकीपॉक्स को लेकर ग्लोबल हेल्थ इमरजेंसी घोषित कर दी है. WHO के महानिदेशक डॉ. टेड्रोस एडनॉम घेब्रेयसस ने कहा कि मंकीपॉक्स का प्रकोप अंतरराष्ट्रीय स्तर पर चिंता करने वाला है. साथ ही साथ सार्वजनिक स्वास्थ्य को लेकर भी इमरजेंसी लगाई जा रही है.
आपको बता दें कि अमेरिकी स्वास्थ्य एजेंसी सेंटर फॉर सिसीज कंट्रोल एंड प्रिवेंशन (सीडीसी) आंकड़ों के मुताबिक अब मंकीपॉक्स का प्रकोप बढ़कर 74 देशों में फैल चुका है औऱ साथ ही केसों की संख्या भी 16,836 हो गई है. वहीं इसकी चपेट में आने से अबतक पांच लोगों की जान भी जा चुकी है.