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हथेली के इन एक्यूप्रेशर प्वाइंट्स पर मसाज कर खुद को सिर से पैर तक दे आराम

एक्यूप्रेशर भारत में नया नाम नहीं है। शरीर के प्रमुख बिंदुओं पर मसाज करने से दर्द को राहत दिलाने वाली इस पद्धति की शुरुआत चीन से हुई थी।

News Nation Bureau
| Edited By :
28 Jun 2018, 12:43:22 PM (IST)

नई दिल्ली:

एक्यूप्रेशर भारत में नया नाम नहीं है। शरीर के प्रमुख बिंदुओं पर मसाज करने से दर्द को राहत दिलाने वाली इस पद्धति की शुरुआत चीन से हुई थी। जिसका मतलब अंग्रेजी में 'प्वाइंट्स' होता है। वैकल्पिक चिकित्सा में यह पद्धति लंबे समय से मौजूद है।

एक्यूप्रेशर और एक्यूपंचर दोनों एक ही तरह की पद्धति होती है। इसमें अंतर सिर्फ इतना माना जाता है कि एक्यूपंचर में प्रेशर प्वाइंट्स पर सुई चुभोते है वहीं एक्यूप्रेशर में उन्हीं पर हाथ से मसाज या किसी एक्यिुपमेंट के जरिये करते है।

पैरों और हाथों के पॉइंट्स को दबाते हैं तो रिफ्लेक्सॉलजी कहलाता है, जबकि मसाज के जरिए पूरे शरीर के पॉइंट्स दबाने को शियात्सु कहते हैं। इनमें बेशक इलाज में ज्यादा वक्त लगता है, लेकिन कोई साइड इफेक्ट नहीं होता।

साल 2015 में जार्जटाउन की एक शोध के मुताबिक चूहों के शरीर के प्रमुख प्वाइंट्स पर प्रेशर डालने से उनके दिमाग के तनाव में कमी आती है और दर्द कम होता है। हालांकि मानव शरीर पर इसका क्या असर होता है, इस बारे में उन्होंने कुछ नहीं लिखा था।

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ये हैं एक्यूप्रेशर में हथेली के कुछ प्रमुख बिंदु

तनाव दूर करने के लिए

तनाव दूर करने के लिए- हमारी आज की भागदौड़ भरी जिंदगी में तनाव हमें बहुत परेशान करता है। कई बार शारीरिक क्षमता होने के बावजूद मानसिक तनाव के कारण हम कार्य को ठीक तरह से नहीं कर पाते है। ऐसे में आप अंगूठे के इस भाग को 5 मिनट तक दबाए। ये आपकी पिट्यूटरी ग्लैंड को एक्टिव करता है।

थॉयराइड हार्मोंस बैलेंस

थॉयराइड हार्मोंस बैलेंस- थॉयराइड आज लोगों के बीच एक आम समस्य़ा है। इस बीमारी से पीड़ित लोगों का पूरा जीवन अक्सर दवाइयों के सहारे ही बीत जाता है। अगर आपको भी यही समस्या है तो अपनी हथेली के हिस्से को पांच मिनट तक दबाते रहे। यह थॉयराइड हार्मोंस को संतुलित रखने में मदद करता है। साथ ही इससे हेयर लॉस, स्किन प्रॉब्लम और डिप्रेशन जैसी बीमारियों में मदद मिलती है।

मसल्स रिलैक्स

मसल्स रिलैक्स- ऑफिस में दिन भर बैठे रहने या फिर गलत तरीके से सोने आदि के चलते अक्सर लोगों में मसल्स खिंच जाने की समस्या देखी जाती है। कनिष्ठा उंगली के इस प्वाइंट पर प्रेशर डालने से मसल्स रिलैक्स होती है और कंधों के दर्द और कान से जुड़ी समस्या में भी आराम मिलता है।

साइनस की समस्या

साइनस की समस्या- अपने हाथों की तर्जनी उंगली के इस ऊपरी हिस्से पर 2-2 मिनट तक दबाने से साइनस, दांत दर्द और अल्सर की समस्या को नियंत्रित किया जा सकता है।

आंखों की समस्या

आंखों की समस्या- आंखों की समस्या को दूर करने के लिए तर्जनी उंगली के नीचे और हथेली के इस हिस्से पर रोज पांच मिनट तक दबाएं।

फेफड़ों की समस्या

फेफड़ों की समस्या- हथेली के बीचों बीच यहां पर दबाव डालने से फेफड़ों से जुड़े अस्थमा और ब्रोन्काइटिस के खतरे को कम किया जा सकता है।

लिवर की समस्या

लिवर की समस्या- हथेली के इस हिस्से पर 5 मिनट दबाव डालने से लिवर की समस्या दूर की जा सकती है।

यूरिनरी ब्लैडर

यूरिनरी ब्लैडर- यूरिनरी ब्लैडर से जुड़ी समस्याओं को दूर करने के लिए हथेली के इस हिस्से पर 5 मिनट तक दबाये।