International Yoga Day: योग से इस खतरनाक बीमारी का खतरा हो जाता है कम
भारत समेत दुनियाभर में आज पांचवां अंतरराष्ट्रीय योग दिवस (International Yoga Day) मनाया जा रहा है.
नई दिल्ली:
International Yoga Day 2019: भारत समेत दुनियाभर में आज पांचवां अंतरराष्ट्रीय योग दिवस (International Yoga Day) मनाया जा रहा है. इस बार योग दिवस की थीम ‘योग फॉर हार्ट’ है. रोजाना योग करने से दोबारा दिल के दौरे का खतरा 50 फीसदी तक कम हो जाता है. एम्स समेत 24 अस्पतालों में हुए एक शोध में यह जानकारी सामने आई है.
मीडिया रिपोर्ट के अनुसार, करीब 4 हजार मरीजों पर किए गए शोध में खुलासा हुआ है कि दिल के मरीजों के लिए योग उतना ही असरदार है, जितना कार्डियक रिहैबिलिटेशन. इससे दोबारा दिल के दौरे की संभावना आधी रह जाती है. योग कार्डिक रिहैबिलिटेशन का बेहतर और आसान विकल्प साबित हो सकता है.
तीन माह तक अभ्यास
एम्स के कार्डियोलॉजी विभाग के प्रोफेसर अंबुज रॉय ने बताया कि शोध में शामिल मरीजों को इलाज के बाद तीन माह 10 से 13 सेशन का योग कराया गया. इसके बाद उन्हें घर पर भी इसे नियमित रूप से अपनाने की सलाह दी गई, जो मरीज अस्पताल में कम से कम 10 सत्र में शामिल हुए वे जल्द स्वस्थ हो गए. डॉ. रॉय के मुताबिक भारत में कार्डियक रिहैबिलिटेशन की प्रक्रिया काफी महंगी है. ऐसे में योग इसका बेहतर विकल्प बन सकता है.
सेहत के अनुसार योग
दिल के मरीजों के लिए बनाए गए पैकेज में प्राणायाम, सांस के व्यायाम जैसे कुछ योगासन शामिल थे. कमजोर दिल वालों को प्राणायाम व आसान योग कराए गए, ताकि हृदय गति अधिक न बढ़े. जिनका दिल थोड़ा बेहतर था, उन्हें कठिन आसन भी कराए गए. एम्स के निदेशक डॉ. रणदीप गुलेरिया ने बताया कि अस्पताल में करीब दो दर्जन परियाजनाओं पर काम चल रहा है. मोटापा, तनाव, मधुमेह, ब्लड प्रेशर जैसी बीमारियों में दवा के साथ योग से ज्यादा सकारात्मक परिणाम आते हैं.
इन आसनों से लाभ मिला
खड़े होकर: कटिचक्रासन, ताड़ासन, ऊध्र्व हस्तोतानासन, अर्ध कटिचक्रासन, त्रिकोणासन
बैठकर: गोमुखासन, जानुशिरासन, वक्रासन, अर्ध पद्मासन, वज्रासन
लेटकर: इकपादोत्तासन, नौकासन, अर्धपवनमुक्तासन, मेरुदंडासन
सांस के व्यायाम: अनुलोम-विलोम, प्राणायाम, भ्रामरी, उज्जायी, शीतली, शीतकारी प्राणायाम
ध्यान की मुद्रा में: ध्वनि निकालकर जप, शवासन, अंतरंग त्राटक