अगर किडनी में पथरी है तो अपनी डाइट में शामिल करें ये चीजें
आईएमए के अनुसार 13 प्रतिशत पुरुषों और सात प्रतिशत महिलाओं में किडनी की पथरी की समस्या पाई जाती है।
नई दिल्ली:
आईएमए के अनुसार 13 प्रतिशत पुरुषों और सात प्रतिशत महिलाओं में किडनी की पथरी की समस्या पाई जाती है। पूरे दिन में तरल पदार्थो का सेवन बढ़ाने से किडनी की पथरी के बार-बार होने का जोखिम आधा रह जाता है और इसका कोई दुष्प्रभाव भी नहीं होता। एक रिसर्च में शोधकर्ताओं ने 480 लोगों को शामिल किया जिसमे से 466 लोग रोजाना पानी कम पीते थे और उनमे स्टोन्स का होने का खतरा सामने आया। पानी कम पीने से यूरिक एसिड और अन्य टॉक्सिक आपस में घुल जाते है जिससे किडनी में स्टोन्स का बनना शुरू हो जाता है। किडनी में पथरी के इलाज के साथ बेहतर डाइट लेना भी बेहद जरूरी है।
पानी
रोजाना 8 -10 गिलास पानी जरूर पियें। ऐसा करने से यूरिक एसिड और अन्य टॉक्सिक एक साथ नहीं घुलते जिससे की किडनी में पथरी होने का जोखिम कम हो जाता है। किडनी में पथरी होने का मुख्य कारण है पर्यापत पानी न पीना। जो लोग दिन में 2 -3 लीटर तक पानी नहीं पीते उनमे पथरी होने का जोखिम बढ़ जाता है।
नमक
अपने खाने में नमक की मात्रा कम करें। ऐसा करने से यूरिन में कैल्शियम की मात्रा कम होती है। कैन सूप, नूडल, नमक वाले चिप्स या कोई अन्य चीज जिसमे नमक की मात्रा ज्यादा हो उससे परहेज करें।
कम वसा वाला दूध
अपनी डाइट संतुलित रखें। तला हुआ , फ्राई फ़ूड, जंक फ़ूड खाने से बचें। अपनी डाइट कम वसा वाला दूध शामिल करें।
स्ट्रॉबेरी
ऑक्सलिक एसिड या ऑक्सलेट स्ट्रॉबेरी, गेहूं चोकर और चाय जैसे पौधों से अधिकतर खाद्य पदार्थों में पाए जाते हैं। इन खाद्य पदार्थों से परहेज करने से मूत्र में ऑक्सलेट की मात्रा कम हो सकती है।
विटामिन सी
शरीर विटामिन सी को ऑक्झलेट में परिवर्तित कर देता है जो किडनी में पथरी को बढ़ाता है। अगर आप में पथरी बनने की संभावना है तो विटामिन या खनिजों की बड़ी मात्रा में लेने से पहले डॉक्टर या आहार विशेषज्ञ से परामर्श करना चाहिए।
अंडे और मछली
मांस और अन्य पशु प्रोटीन - जैसे कि अंडे और मछली - मूत्र में यूरिक एसिड में टूटने वाले प्यूरीइन बनाते है. नॉन-डेयरी एनिमल प्रोटीन कैल्शियम स्टोन्स का खतरा बढ़ा सकता है
चाय और चॉकलेट
कैल्शियम ऑक्सलेट स्टोन्स के मामले में, डेयरी उत्पादों की बहुत बड़ी मात्रा या चाय और चॉकलेट से परहेज करना चाहिए।