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नकली Cowin एप से हो सकता है डाटा चोरी, CSIR ने किया सावधान

भारत में कोरोना वैक्सीन (Corona Vaccine) के टीकाकरण की तैयारी तेज हो गई है. कोरोना वैक्सीन कोविशील्ड (Covishield) की पहली खेप पुणे स्थित सीरम इंस्टीट्यूट (SII) से देशभर के लिए निकल चुकी हैं.

News Nation Bureau
| Edited By :
12 Jan 2021, 10:40:28 AM (IST)

नई दिल्ली:

भारत में कोरोना वैक्सीन (Corona Vaccine) के टीकाकरण की तैयारी तेज हो गई है. कोरोना वैक्सीन कोविशील्ड (Covishield) की पहली खेप पुणे स्थित सीरम इंस्टीट्यूट (SII) से देशभर के लिए निकल चुकी हैं. 16 जनवरी से वैक्सीनेशन शुरू होगा. इसके लिए स्वास्थ्य मंत्रालय ने कोविन (Cowin) मोबाइल एप तैयार किया है. इस एप के माध्यम से ही वैक्सीनेशन पर नजर रखी जाएगी. आम लोग भी इस एप पर वैक्सीन के लिए रजिस्ट्रेशन करा सकेंगे. हालांकि कई फर्जी एप्लीकेशन पर प्ले स्टोर आ गई हैं.

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सीएसआईआर के डायरेक्टर जनरल शेखर मंडे ने कहा कि जब भी आरोग्य सेतु (Arogya Setu) समेत कई प्रमुख एप्लीकेशन स्वास्थ्य मंत्रालय की तरफ से दी जाती है, उसी समय बहुत सारी फेक कंपनियों के तरफ से भी एप्पल और एंड्रॉयड एप्लीकेशन स्टोर पर मिलती-जुलती एप्लीकेशन के नाम से निकाली जाती है. यह फ्रॉड है, डाटा चोरी हो सकता है, लिहाजा सभी भारतवासियों को इनसे सावधान रहने की जरूरत है, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भी यही बात कही है. 

स्वास्थ्य मंत्रालय की तरफ से लांच होगी असली एप्लीकेशन
उन्होंने बताया कि असली कोविन एप्लीकेशन स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्रालय की तरफ से दी जाएगी ,इसकी तैयारी पूरी हो चुकी है. एप्लीकेशन बनकर तैयार है, जल्दी इसकी औपचारिक घोषणा हो जाएगी. 

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वैक्सीन डिलीवरी सिस्टम के लिए क्रिटिकल इंफ्रास्ट्रक्चर तैयार
भारत के लिए अगर वैक्सीन माइनस 70 डिग्री पर होती तब समस्या हो सकती थी, लेकिन हमारे यहां सामान्य रेफ्रिजरेटर वाले ट्रकों की संख्या में कमी नहीं है. इसका इस्तेमाल हम अन्य माल और दवाइयों को एक स्थान से दूसरे स्थान पर पहुंचाने के लिए करते हैं, लिहाजा वैक्सीन के उत्पादन से लेकर वितरण तक पूरी तरह से भारत आत्मनिर्भर है.