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स्कूल में बीजेपी को वोट नहीं देने की कसम दिलवाई गई, न्यूज़ नेशन की पड़ताल में सामने आया सच

सोशल मीडिया पर इन दिनों एक वीडियो जबदस्त तरीके से वायरल हो रहा है. इस वीडियो में स्कूल के अंदर कुछ लोगों को कसम खाते हुए दिखाया जा रहा है. दावा किया जा रहा है कि वायरल वीडियो मध्यप्रदेश के एक स्कूल का है.

Vinod Kumar | Edited By :
29 Oct 2021, 07:21:25 PM (IST)

highlights

  • सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा दावे वाला वीडियो 
  • वीडियो में कुछ लोगों को कसम खाते हुए दिखाई दे रहे हैं
  • दावा किया जा रहा है कि छात्र-छात्राओं को बीजेपी को वोट न देने की कसम खिलाई जा रही है

नई दिल्ली :

सोशल मीडिया पर इन दिनों एक वीडियो जबदस्त तरीके से वायरल हो रहा है. इस वीडियो में स्कूल के अंदर कुछ लोगों को कसम खाते हुए दिखाया जा रहा है. दावा किया जा रहा है कि वायरल वीडियो मध्यप्रदेश के एक स्कूल का है. जहां छात्र-छात्राओं को बीजेपी को वोट नहीं देने की कसम दिलाई जा रही है. दावे के मुताबिक इस स्कूल में सभी को ये शपथ भी दिलाई गई कि वो तीन लोगों को बीजेपी का विरोध करने के लिए तैयार करें. वीडियो को शेयर करते हुए एक यूजर ने लिखा- "कितना बड़ा षड़यंत्र हो रहा है देश के ख़िलाफ़ वो भी स्कूलों में. बच्चों के अंदर भी क्या ज़हर भर रहे है. इस वीडियो को इतना वायरल करो, जिससे इस स्कूल के प्रिंसिपल पर कार्रवाई होनी चाहिए.

पड़ताल
हमने वीडियो की पड़ताल शुरू की तो वीडियो में शक की कई वजह दिखाई दी.

शक की पहली वजह
वीडियो में दिखाई दे रहे लोगों ने गर्म कपड़े पहन रखे हैं.जबकि अभी इतनी सर्दी नहीं पड़ी है कि लोग इतने गर्म कपड़े पहनें.

शक की दूसरी वजह
वीडियो में कहीं भी कोरोना प्रोटोकॉल का पालन नहीं हो रहा है, ना किसी के मुंह पर मास्क है और ना ही सोशल डिस्टेंसिंग का पालन, जिससे लगता है कि वीडियो हाल-फिलहाल का नहीं है.

शक की तीसरी वजह
वीडियो में जो लोग नज़र आ रहे हैं वो उम्र में ज्यादा लग रहे हैं, जिससे इसके स्कूल का होने पर शक पैदा होता है।


कैसे  सामने आया सच ?
हमने इस वीडियो की की-फ्रेमिंग कर इसे गूगल रिवर्स इमेज टूल पर सर्च किया तो हमें 28 जनवरी 2018 यानि 3 साल पुराना न्यूज़ एजेंसी ANI का एक ट्वीट मिला.जिसके मुताबिक वायरल वीडियो मध्यप्रदेश के इटारसी में विजयलक्ष्मी ITI का है. 26 जनवरी 2018 को ध्वाजारोहण के बाद इन छात्रों को कसम दिलवाई गई थी. इन छात्रों का कहना था कि जब तक ऑनलाइन परीक्षा पर रोक नहीं लगाई जाती तब तक वो बीजेपी का विरोध करें.

पड़ताल के दौरान जो जानकारी मिली उसकी पुष्टि विजयलक्ष्मी इंडस्ट्रियल ट्रेनिंग इंस्टीट्यूट के तात्कालीन चेयरमैन के तिवारी के बयान से भी हो गई. उन्होंने अपने बयान में कहा कि छात्र-छात्राओं को शपथ इंस्टीट्यूट प्रबंधन या टीचर्स की तरफ से नहीं दिखाई गई थी. बल्कि कुछ असमाजिक तत्वों ने इस हरकत को अंजाम दिया. इस तरह हमारी पड़ताल में वीडियो के साथ किया जा रहा दावा आधा सही और आधा गलत पाया गया है. शपथ दिलाई गई ये बात सही है, लेकिन इसमें इंस्टीट्यूट ने अपना हाथ होने से इनकार कर दिया. इसके अलावा वीडियो भी 3 साल पुराना है.

#WATCH Teachers of Vijaylaxmi Industrial Training Institute in Itarsi ask students to take pledge not to vote for BJP in the upcoming elections & support it in any manner until it stops online examinations #MadhyaPradesh (26.01.18) pic.twitter.com/PY3S721Mbq

— ANI (@ANI) January 28, 2018