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Fact Check: प्रसार भारती, दूरदर्शन जैसे सरकारी संस्थानों में निकली भर्तियां, जानें सच

फर्जी संस्थान कई केंद्रीय सरकारी संस्थान जैसे प्रसार भारती, दूरदर्शन, आकाशवाणी, पीआईबी आदि के नाम पर भर्ती कर रहा है. इतना ही नहीं, यह फर्जी संस्थान आवेदकों को केंद्रीय सरकारी संस्थानों के नाम के नकली ऑफर लेटर भी दे रहा है.

News Nation Bureau
| Edited By :
22 Mar 2021, 02:57:22 PM (IST)

highlights

  • सरकारी संस्थानों के नाम पर रोजगार देने का फर्जीवाड़ा आया सामने
  • फर्जी संस्थान देश के सरकारी संस्थानों के नाम पर कर रह फर्जीवाड़ा
  • सरकारी संस्थान के नाम का ऑफर लेटर भी भेज रहा है फर्जी संस्थान
  • PIB Fact Check ने किया पर्दाफाश

नई दिल्ली:

हमारे देश में रोजगार के नाम पर ठगी का शिकार बनाना पुराने समय से ही काफी आसान रहा है. रोजगार की तलाश करने वाले लोग नौकरी की आस में आए दिन ठगे जाते हैं. कोई रेलवे में नौकरी दिलाने के बहाने ठगा जाता है तो कई किसी अन्य सरकारी नौकरी के नाम पर ठगी का शिकार बन जाता है. इसी सिलसिले में छत्तीसगढ़ की राजधानी रायपुर से रोजगार देने के बहाने ठगी के नए मामले सामने आए हैं. नौकरी के नाम पर लोगों को ठगने वाले धोखेबाजों ने तो इस बार हद ही कर दीं.

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जी हां, रायपुर से सामने आए ठगी के इस मामले में एक फर्जी संस्थान का जिक्र किया गया है. बताया जा रहा है कि यह फर्जी संस्थान कई केंद्रीय सरकारी संस्थान जैसे प्रसार भारती, दूरदर्शन, आकाशवाणी, पीआईबी आदि के नाम पर भर्ती कर रहा है. इतना ही नहीं, यह फर्जी संस्थान आवेदकों को केंद्रीय सरकारी संस्थानों के नाम के नकली ऑफर लेटर भी दे रहा है. सोशल मीडिया पर प्रसार भारती के नाम पर भेजे गए नकली ऑफर लेटर की तस्वीर भी वायरल हो रही है.

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हैरानी की बात ये है कि इस फर्जी ऑफर लेटर पर सरकारी मुहर भी लगी हुई है. हालांकि, समय रहते इस फर्जी संस्थान का पर्दाफाश कर दिया गया है. PIB Fact Check ने ट्वीट कर इस फर्जी संस्थान का भंडाफोड़ कर दिया है. PIB Fact Check ने ट्विटर पर लिखा, ''एक फर्जी संगठन के रायपुर में आवेदकों को भर्ती ने नाम पर उन्हें ठगने की घटना सामने आई है. प्रसार भारती, आकाशवाणी और पीआईबी आदि द्वारा जारी किए गए ऑफर लेटर फर्जी हैं. सरकारी संस्थानों के नाम से काम करने वाले धोखेबाजों से सावधान रहें.''

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