पाकिस्तान ने भारतीय सेना को लेकर फैलाया प्रोपेगेंडा- न्यूज़ नेशन की पड़ताल में सामने आया सच
सोशल मीडिया पर सेना की ट्रेनिंग का एक वीडियो वायरल हो रहा है। जिसमें सेना के जवान ट्रेनिंग के दौरान बार-बार नाकाम हो रहे हैं. कई कोशिश के बाद भी ये कांच का फूलदान नहीं तोड़ पाते हैं.
highlights
- सेना की ट्रेनिंग का एक वीडियो वायरल हो रहा है.
- ISI लगातार वीडियो की मदद से भारत के खिलाफ प्रोपेगेंडा फैलाती रही है.
नई दिल्ली:
सोशल मीडिया पर सेना की ट्रेनिंग का एक वीडियो वायरल हो रहा है। जिसमें सेना के जवान ट्रेनिंग के दौरान बार-बार नाकाम हो रहे हैं. कई कोशिश के बाद भी ये कांच का फूलदान नहीं तोड़ पाते हैं. ये वीडियो पाकिस्तानी यूजर्स लगातार शेयर कर रहे हैं और दावा कर रहे हैं कि वीडियो में दिखाई दे रहे जवान भारत के हैं. वीडियो शेयर करते हुए राव सलमान नाम के पाकिस्तानी ने लिखा-"भारतीय सेना युद्ध की तैयारी कर रही है पाकिस्तान को अब होश में आना चाहिए, देखिए भारतीय सेना की ट्रेनिंग"
पड़ताल में सामने आया सच
चूंकि पाकिस्तानी यूजर्स और पाकिस्तानी खुफिया एजेंसी ISI लगातार वीडियो की मदद से भारत के खिलाफ प्रोपेगेंडा फैलाती रही है. लिहाजा पाकिस्तान के झूठ को उजागर करने को लेकर हमने वायरल वीडियो की पड़ताल की. वीडियो की की-फ्रेमिंग कर हमने वीडियो को गूगल रिवर्स इमेज टूल पर सर्च करा तो 'Al Arabiya' नाम की वेबसाइट पर हमें एक खबर मिली. ये खबर दिसंबर 2016 में वेबकास्ट की गई थी, खबर की हेडिंग में इसे ईरानी मिलिट्री का वीडियो बताया गया.
अरबी चैनल अलजजीरा ने भी अपनी वेबसाइट में वीडियो को ईरान का ही बताया. वायरल वीडियो में दिखाई दे रही तस्वीर के साथ एक पूरी खबर वेबकास्ट की गई है. इससे साबित होता है कि वीडियो ईरान का है. इसके अलावा वीडियो में कई और क्लू हैं जो साबित करते हैं कि वीडियो भारत का नहीं बल्कि ईरान का है.
पहला क्लू
वीडियो में दिख रहे जवानों की वर्दी भारतीय सेना की यूनिफॉर्म से बिल्कुल मेल नहीं खाती है.
दूसरा क्लू
मंच पर सेना के जो अधिकारी बैठे हैं उनकी कैप पर इस्लामिक रिपब्लिक ऑफ ईरान आर्मी का लोगो लगा है.
तीसरा क्लू
वीडियो में जो कमेंट्री सुनाई दे रही है वो फारसी भाषा में है और ईरान में भी फारसी ही बोली जाती है.
ये है सच
इस तरह वीडियो में मिले क्लू और हमारी पड़ताल से साबित होता है कि वायरल वीडियो के साथ किया जा रहा दावा गलत है. वीडियो ईरान की सेना का है, ना कि भारतीय सेना का. पाकिस्तान यूजर्स इस वीडियो का उपयोग कर भारत के खिलाफ प्रोपेगेंडा फैलाने की कोशिश कर रहे हैं जबकि ऐसा करके वो अपनी ही फजीहत करवा रहे हैं.