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आखिरी वक्त में बिल्कुल अकेली हो गई थीं परवीन बॉबी, घर में मिली थी लाश

Parveen Babi Death Anniversary: अपने फिल्मी करियर की पहली कामयाबी परवीन को अमिताभ बच्चन की फिल्म 'मजबूर' से मिली. अपने 15 साल के लंबे करियर के दौरान परवीन ने बिग बी के साथ 12 फिल्में कीं.

News Nation Bureau
| Edited By :
20 Jan 2020, 04:46:54 PM (IST)

नई दिल्ली:

बॉलीवुड की दिग्गज एक्ट्रेस परवीन बॉबी की आज पुण्यतिथि है. 4 अप्रैल 1949 को सौराष्ट्र के जूनागढ़ के एक मिडिल क्लास मुस्लिम परिवार में जन्मीं परवीन ने अहमदाबाद के सेंट ज़ेवियर्स कॉलेज से अंग्रेज़ी साहित्य में पढ़ाई की. जब सिनेमा के पर्दे पर लड़कियों के सलवार सूट और साड़ी पहनने का चलन था उस वक्त परवीन एक वेस्टर्न आउटफिट में नजर आती थीं.

फिल्मों में आने से पहले परवीन मॉडलिंग किया करती थीं. एक दिन जब बीआर चोपड़ा अपनी फिल्म के लिए एक नई एक्ट्रेस की तलाश में थे तभी उनकी नजर परवीन बॉबी पर पड़ी जो कि उस वक्त सिगरेट का कश लगा रहीं थीं. बीआर ने देखते ही उन्हें अपनी फिल्म के लिए चुन लिया और सलीम दुर्रानी के साथ फिल्म 'चरित्र' (1973) में अभिनेत्री को मौका दिया. फिल्म तो फ्लॉप हुई लेकिन परवीन बाबी का जादू चल निकला.

अपने फिल्मी करियर की पहली कामयाबी परवीन को अमिताभ बच्चन की फिल्म 'मजबूर' से मिली. अपने 15 साल के लंबे करियर के दौरान परवीन ने बिग बी के साथ 12 फिल्में कीं. बड़े पर्दे पर भी लोगों को अमिताभ और परवीन की जोड़ी काफी पसंद थी. अपने दौर में परवीन की गिनती सबसे महंगे एक्ट्रेसेस में होती थी लेकिन सफलता का जो स्वाद परवीन ने चखा वो शायद ही किसी और ने चखा हो.

अगर पर्सनल लाइफ के बारे में बात करें तो परवीन का नाम कई लोगों के साथ जुड़ा. जिनमें महेश भट्ट, कबीर बेदी और डैनी भी हैं. महेश भट्ट तो अपनी पत्नी को छोड़कर परवीन के साथ भी रहने लगे थे. ये वो समय था जब परवीन स्टार थीं और महेश भट्ट एक फ्लॉप फिल्ममेकर. महेश भट्ट ने परवीन बॉबी के साथ अपने रिश्तों पर ही 'अर्थ' फिल्म बनाई थी.

लेकिन अचानक परवीन को एक मानसिक बीमारी ने घेर लिया जिसे महेश भट्ट ने अपने कई इंटरव्यू में पैरानायड स्कित्जोफ्रेनिया बताया. इस बीमारी ने परवीन को ऐसा घेरा कि वो इससे कभी निकल नहीं पाईं. उन्होंने अमिताभ बच्चन सहित तमाम बड़ी हस्तियों पर उनकी हत्या का शक जताते हुए केस दर्ज करवाया था.

अपने अंतिम वक्त में परवीन बिल्कुल अकेली हो गई थीं. 20 जनवरी 2005 को जब रोज की तरह दूध और अखबार लेने के लिए उनका दरवाजा नहीं खुला तो पुलिस को इन्फॉर्म किया गया. उसके बाद परवीन का शव उनके घर से बरामद किया गया जो बेहद ही खराब हालत में था.