धर्मेंद्र की बेवफाई से बुरी तरह टूट गई थीं मीना कुमारी, कोमा में जाने से पहले लिया था इस शख्स का नाम
1939 मे बतौर बाल कलाकार मीना कुमारी को विजय भटृ की ‘लेदरफेस’ में काम करने का मौका मिला
नई दिल्ली:
दिग्गज अदाकारा मीना कुमारी का आज जन्मदिन है. 3 दशक तक अपने चाहने वालों के दिलों पर राज करने वाली मीना कुमारी की अदाओं के जादू से शायद ही कोई बच पाया होगा. मीना कुमारी का नाम सुनते ही उनका मासूम चेहरा जहन में ताजा हो जाता है. फिल्मों में आने से पहले उनका नाम ‘माहजबीं’ था. बाद में यही माहजबीं फिल्म इंडस्ट्री में मीना कुमारी के नाम से मशहूर हुई.
1 अगस्त 1932 को मुंबई में जन्मीं मीना कुमारी को उनके पिता मास्टर अली बक्श ने उनके जन्म के बाद अनाथालय छोड़ आए थे लेकिन बाद में उनके पिता ने अपनी पत्नी के आंसुओं को देखकर वह दोबारा मीना कुमारी को घर ले आए. बच्ची का चांद सा माथा देखकर उनकी मां ने उनका नाम ‘माहजबीं’ रखा.
1939 मे बतौर बाल कलाकार मीना कुमारी को विजय भटृ की ‘लेदरफेस’ में काम करने का मौका मिला. असली सफलता उन्हें 1952 में आई फिल्म बैजू बावरा से मिला. इसे विजय भट्ट ने डायरेक्ट किया था. बड़े पर्दे पर उनकी जोड़ी लोगों को अशोक कुमार के साथ काफी पसंद थी. अपने दमदार एक्टिंग के लिए उन्हें चार बार फिल्म फेयर के सर्वश्रेष्ठ अभिनेत्री के पुरस्कार से नवाजा गया. इनमें बैजू बावरा, परिणीता, साहिब बीबी और गुलाम तथा काजल शामिल है.
मीना कुमारी की निजी जिंदगी काफी उथल पुथल रही. खासकर वह धर्मेंद्र के साथ अपने अफेयर को लेकर काफी चर्चा में रहीं. ऐसा भी कहा जाता है कि मीना कुमारी ने धर्मेंद्र के डूबते करियर को अपने शोहरत के बल पर चमकाया था. लेकिन इतने सबके बाद उन्हें धर्मेद्र से बेवफाई मिली. इस सदमे को मीना कुमारी झेल नहीं पाईं और शराब पीने लगीं. जिसके कारण उन्हें लिवर सिरोसिस बीमारी हो गई.
बता दें कि उन्होंने कमाल अमरोही से शादी की थी. लेकिन ये शादी भी कुछ ज्यादा नहीं चल पाई. महज 39 साल की उम्र में मीना कुमारी ने 31 मार्च को इस दुनिया को अलविदा कह गईं. मीना कुमारी ने अपने करियर में करीब 100 फिल्में कीं. उन्होंने आखिरी बार कमाल अमरोही का नाम लिया था.