पद्मश्री को लेकर कादर खान के बेटे ने कहा- अच्छा होता कि ये सम्मान खुद पापा ले पाते
दमदार अभिनेता कादर खान ने 1973 में फिल्म दाग से बॉलीवुड में डेब्यू किया था.
नई दिल्ली:
दिग्गज अभिनेता कादर खान अब हमारे बीच नहीं हैं. 31 दिसंबर को लंबी बीमारी के बाद उनका निधन हो गया था. लेकिन आज भी उनकी दमदार एक्टिंग लोगों के दिलों में जिंदा है. करीब 200 से भी ज्यादा फिल्मों में काम कर चुके अभिनेता कादर खान का हिंदी सिनेमा में विशेष योगदान रहा. इस साल भारत सरकार ने उन्हें पद्म श्री सम्मान दिया. लेकिन जीते जी उन्हें भारत सरकार की तरफ से ये सम्मान नहीं मिला. इस बात का अफसोस कादर खान के बेटे सरफराज को है.
सरफराज का मानना है कि उनके पिता कादर खान को ये पुरस्कार काफी लेट मिला. हाल ही में एक इंटरव्यू में सरफराज ने कहा- अच्छा होता कि अगर मेरे पिता इसे खुद लेते लेकिन अगर भगवान किसी इंसान से खुश है, तो वे उसे उसके हिस्से की इज्जत देने का तरीका निकाल लेते हैं, उनके इस दुनिया से अलविदा कहने के बाद भी.''
दमदार अभिनेता कादर खान ने 1973 में फिल्म दाग से बॉलीवुड में डेब्यू किया था. एक्टिंग करने के अलावा कादर खान ने कई फिल्मों के डायलॉग भी लिखे थे. कादर खान ने अपने फिल्मी करियर के दौरान 200 से भी ज्यादा फिल्में की. राजेश खन्ना की सुपरहिट फिल्म रोटी के डायलॉग्स उन्होंने ही लिखे थे. जिसके लिए उन्हें 1 लाख 21 हजार रुपए दिए गए थे.