'सत्यमेव जयते' पर लगा शिया समुदाय की धार्मिक भावनाएं आहत करने का आरोप, केस दर्ज
'सत्यमेव जयते' में दिखाये गए 'मातम' की सीन के खिलाफ हैदराबाद में भारतीय जनता पार्टी अल्पसंख्यक मोर्चा माहसचिव सयैद अली जाफरी ने केस दर्ज कराया है।
मुंबई:
जॉन अब्राहम और मनोज वाजपेयी स्टारर फिल्म 'सत्यमेव जयते' फिल्म रिलीज से पहले ही विवादों में गिर गई है। मिलाप जावेरी के निर्देशन में बनी इस फिल्म पर शिया समुदाय के लोगों ने धार्मिक भावनाओं को आहत करने आरोप लगाया है।
'सत्यमेव जयते' में दिखाये गए 'मातम' की सीन के खिलाफ हैदराबाद में भारतीय जनता पार्टी अल्पसंख्यक मोर्चा माहसचिव सयैद अली जाफरी ने केस दर्ज कराया है।
न्यू इंडियन एक्सप्रेस की खबर के मुताबिक , जाफरी ने रविवार को दबीरपुरा पुलिस स्टेशन में आईपीसी धारा 295 (A) के तहत समूद की धार्मिक भावनाओं को कथित रूप से आहत करने आरोप में फिल्म के खिलाफ केस किया है।
जनसत्ता की खबर के मुताबिक, अली का कहना है कि फिल्म में मातम के दृश्य को गलत तरीके से दिखाया गया है। इस तरह के सीन, जो कि सोशल मीडिया पर देखे जा रहे हैं, सिनेमैटोग्राफी रुल्स, 1983 का खुला उल्लंघन हैं।
'सत्यमेव जयते' 19 सितंबर 2008 की वास्तविक घटना पर आधारित है, जब दिल्ली के बाटला हाउस में इंडियन मुजाहिद्दीन (आईएम) के आतंकवादियों के खिलाफ अभियान चलाया गया था।
इस फिल्म में मनोज वाजपेयी , जॉन अब्राहम के साथ आयशा भी नज़र आएंगी। आयशा 'सत्यमेव जयते' से बॉलीवुड में अपनी नई पारी की शुरुआत करने जा रही हैं। यह फिल्म भूषण कुमार के टी-सीरीज और निखिल आडवाणी के एम्मे एंटरटेंमेंट के बैनर तले बन रही है।
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