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BR Chopra के सपनों का घर बिका, मिले इतने करोड़ रुपये

'रामायण' (Ramayan) और 'महाभारत' (Mahabharat) जैसे सीरियल्स बनाने वाले बीआर चोपड़ा (BR Chopra) को भला कौन नहीं जानता. वो आज एक बार फिर सुर्खियों में आ गए हैं. जिसकी वजह है उनके फैमिली बंगले का बिकना. वहीं, इसकी कीमत भी लोगों के होश उड़ा रही है.

News Nation Bureau
| Edited By :
17 Jun 2022, 07:47:05 AM (IST)

नई दिल्ली:

'रामायण' (Ramayan) और 'महाभारत' (Mahabharat) जैसे सीरियल्स बनाने वाले बीआर चोपड़ा (BR Chopra) को भला कौन नहीं जानता. उनकी ये टीवी सीरीज आज भी लोग देखना पसंद करते हैं. साथ ही जमकर प्यार भी लुटाते हैं. गौरतलब है कि बीआर चोपड़ा को इस दुनिया से गए काफी समय बीत गया है. लेकिन आज वो एक बार फिर चर्चा में हैं. जिसकी वजह है उनके बंगले का बिकना. इस बारे में जानकर लोगों को हैरानी हो रही है कि उनका पुश्तैनी घर (BR Chopra family bungalow sold) यूं बिक गया. लेकिन इसके साथ ही उस बंगले की कीमत लोगों के होश और भी ज्यादा उड़ा रही है. आज हम इसी के बारे में बात करने वाले हैं. 

इकोनॉमिक टाइम्स की एक रिपोर्ट के अनुसार, बीआर चोपड़ा का बंगला 25,000 वर्ग फुट के क्षेत्र में फैला हुआ है. जिसे रहेजा कॉर्प ने ₹182.76 करोड़ में खरीदा है और कंपनी ने रजिस्ट्रेशन के लिए ₹11 करोड़ की स्टांप ड्यूटी का भुगतान किया है. के रहेजा कॉर्प ने ये संपत्ति बीआर चोपड़ा की बहू और दिवंगत फिल्म निर्माता रवि चोपड़ा की पत्नी रेणू चोपड़ा से ली है. जानकारी के मुताबिक, प्रॉपर्टी डेवलपर्स वहां एक प्रीमियम आवासीय प्रोजेक्ट बनाने की प्लानिंग कर रहे हैं. घर सी प्रिंसेस होटल के सामने है, जहां से बीआर चोपड़ा अपना कारोबार करते थे.

खैर, अगर बात करें कि बीआर चोपड़ा (BR Chopra struggle) ने ये मुकाम कैसे हासिल किया तो आपको बता दें कि पंजाब में 22 अप्रैल 1914 को जन्मे बलदेव राज चोपड़ा की फिल्मों में रुचि एक फिल्म पत्रकार के रूप में शुरू हुई. विभाजन के बाद वे दिल्ली और फिर मुंबई चले गए. उन्होंने सिने हेराल्ड जर्नल के लिए फिल्म समीक्षाएँ लिखकर अपने करियर की शुरुआत की. जिसके बाद 1949 में उन्होंने अपनी पहली फिल्म 'करवट' बनाई. हालांकि, ये फिल्म फ्लॉप हो गई. लेकिन उन्होंने हार नहीं मानी और 1951 में उन्होंने फिल्म 'अफसाना' के निर्माता और निर्देशक के रूप में फिर से अपनी किस्मत आजमाई. ये फिल्म बॉक्स ऑफिस पर हिट साबित हुई. फिर 1955 में उन्होंने अपना प्रोडक्शन हाउस बीआर फिल्म्स बनाया. जिसके बैनर तले उन्होंने फिल्म 'नया दौर' बनाई. ये फिल्म भी पर्दे पर सफल हुई.