पीएम मोदी से मिलने के बाद बोले जगन , अगर BJP को 250 सीट मिलते तो सशर्त समर्थन देते, अब हालात अलग है
आंध्र प्रदेश में चंद्रबाबू नायडू को करारी शिकस्त देने के बाद वाईएसआर कांग्रेस अब सरकार बनाने जा रही है.
highlights
- पीएम मोदी और अमित शाह से जगन मोहन रेड्डी ने की मुलाकात
- आंध्र प्रदेश की स्थिति पर चर्चा की
- जगन ने कहा, अब हालात बदल चुका है फिर भी विशेष राज्य की मांग करते रहेंगे
नई दिल्ली:
आंध्र प्रदेश में चंद्रबाबू नायडू को करारी शिकस्त देने के बाद वाईएसआर कांग्रेस अब सरकार बनाने जा रही है. इससे पहले वाईएसआर कांग्रेस के जगन मोहन रेड्डी ने दिल्ली शिरकत की और आंध्र प्रदेश भवन पीएम मोदी और अमित शाह से मुलाकात की. इस दौरान उन्होंने आंध्र प्रदेश की स्थिति पर भी चर्चा की. मुलाकात के बाद जगन मोहन रेड्डी मीडिया से मुखातिब हुए.
जगन मोहन रेड्डी ने कहा, 'यदि बीजेपी 250 सीटों पर सिमट जाती तो हमें केंद्र सरकार पर इतना निर्भर नहीं होना पड़ता. लेकिन अब उन्हें हमारी जरूरत नहीं है. हमने वह किया जो हम कर सकते थे. हमने उन्हें (पीएम) को हमारी स्थिति के बारे में बताया.'
विशेष राज्य के दर्जा के सवाल पर जगन मोहन ने कहा, 'अब स्थिति बदल चुकी है. अगर बीजेपी 250 तक सिमट जाती तो हालात अलग होते. हम फिर विशेष राज्य का दर्जा देने की लिखित शर्त पर समर्थन करते. अब बीजेपी के पास बहुमत है, फिर भी हम विशेष राज्य का दर्जा देने की मांग उठाते रहेंगे.'
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वहीं, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने जगन मोहन रेड्डी से मुलाकात करने के बाद ट्वीट कर कहा, 'आंध्र प्रदेश के भावी मुख्यमंत्री जगन मोहन रेड्डी से अच्छी मुलाकात हुई. इस दौरान हमारे बीच आंध्र प्रदेश के विकास से संबंधित कई मुद्दों पर उपयोगी बातचीत हुई. मैंने जगन को अपने कार्यकाल के दौरान केंद्र की ओर से हरसंभव मदद का आश्वासन दिया.'
Had an excellent meeting with Andhra Pradesh’s CM designate @ysjagan. We had a fruitful interaction on several issues pertaining to AP’s development. Assured him all possible support from the Centre during his term. pic.twitter.com/u7bwPGI4t6
— Narendra Modi (@narendramodi) May 26, 2019बता दें कि जगन मोहन रेड्डी की पार्टी वाईएसआर कांग्रेस को विधानसभा की 175 में से 151 सीटों पर जीत मिली. वहीं, टीडीपी को सिर्फ 23 सीटों मिली हैं. जबकि लोकसभा में वाईएसआर कांग्रेस ने 25 में से 22 सीट जीते, जबकि चंद्रबाबू की टीडीपी को सिर्फ 3 सीटें मिली हैं.