ससुर चंद्रिका राय को टिकट देने से राजद नेता तेजप्रताप नाराज, सारण से निर्दलीय लड़ेंगे चुनाव
एक दिन पहले ही तेजप्रताप यादव ने छात्र राजद के संरक्षक पद से इस्तीफा दे दिया था.
नई दिल्ली:
चारा घोटाले में सजा काट रहे लालू प्रसाद यादव की पार्टी राष्ट्रीय जनता दल में सब कुछ सही नहीं चल रहा है. एक दिन पहले ही तेजप्रताप यादव ने छात्र राजद के संरक्षक पद से इस्तीफा दिया था और अब जब तेजस्वी यादव ने प्रत्याशियों का ऐलान किया है तो तेजप्रताप ने बगावत का बिगुल फूंक दिया है. दरअसल, राजद की लिस्ट में तेजप्रताप के ससुर चंद्रिका राय को सारण से टिकट देने की बात कही गई है. तेजप्रताप इसी बात से भड़क गए हैं. अब उन्होंने सारण से निर्दलीय ससुर के खिलाफ चुनाव लड़ने का ऐलान किया है.
एक दिन पहले तेज प्रताप यादव ने छात्र राजद के संरक्षक पद से इस्तीफा दे दिया था. तेज प्रताप ने अपने ट्विटर हैंडल पर इसकी जानकारी देते हुए लिखा, छात्र राष्ट्रीय जनता दल के संरक्षक के पद से मैं इस्तीफा दे रहा हूं. नादान हैं वो लोग जो मुझे नादान समझते हैं. कौन कितना पानी में है सबकी है खबर मुझे.
तेज प्रताप यादव ने अपने इस फैसले की जानकारी खुद ट्वीट करके दी थी. तेज प्रताप आरजेडी कार्यालय में प्रेस कॉन्फ्रेंस करने वाले थे लेकिन अंतिम वक्त में उन्होंने अपनी पीसी कैंसिल कर दी. तेज प्रताप यादव ने यह संकेत दिया था कि वह अपनी तरफ से जहानाबाद और शिवहर लोकसभा सीट पर उम्मीदवारों के नाम का ऐलान करेंगे. लेकिन जब उनकी प्रेस कॉन्फ्रेंस हुई तो यह कयास लगाए जाने लगा कि लालू प्रसाद और राबड़ी देवी के दबाव में उन्होंने अपना फैसला बदल लिया है.
छात्र आरजेडी के संरक्षक पद से इस्तीफा देने की जानकारी देते हुए तेज प्रताप यादव ने जो ट्वीट किया है उसमें उन्होंने लिखा है कि जो लोग भी उन्हें नादान समझने की भूल कर रहे वह वाकई खुद नादान हैं. तेज प्रताप के इस कदम के बाद यह साफ हो गया है कि लोकसभा चुनाव के दौरान लालू परिवार में खाई चौड़ी होती जा रही है.