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साध्वी प्रज्ञा के समर्थन में आईं पायल रोहतगी, स्वरा भास्कर की जमकर लगाई क्लास

पायल ने कहा कि उसे माले गांव ब्लास्ट केस में फर्जी तरीके से फंसाया गया था, उस पर झूठे आतंकवाद का केस दर्ज कर दिया गया था

News Nation Bureau
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25 Apr 2019, 06:35:55 AM (IST)

नई दिल्ली:

बीजेपी के भोपाल लोकसभा सीट से प्रत्याशी बनने के बाद साध्वी प्रज्ञा ठाकुर चौतरफा गिर गई हैं. कई लोग समर्थन भी कर रहे हैं, लेकिन इस बार समर्थन कहीं और से नहीं बल्कि बॉलीबुड से मिला है. अभिनेत्री पायल रोहतगी ने स्वरा भास्कर को जमकर लताड़ लगाई है. स्वरा भास्कर ने पिछले दिनों पहले साध्वी प्रज्ञा ठाकुर पर निशाना साधा था. पायल रोहतगी ने अपने वीडियो के माध्यम से साध्वी प्रज्ञा ठाकुर का समर्थन किया है. उन्होंने कहा कि उसे माले गांव ब्लास्ट केस में फर्जी तरीके से फंसाया गया था. उस पर झूठे आतंकवाद का केस दर्ज कर दिया गया था. जब हम संजय दत्त को बॉलीबुड में वापस करा सरते हैं. उस पर जाने माने निर्देशक बायोपिक बना सकता है. रणवीर कपूर जैसे सुपरस्टार एक्टर उसके बायोपिक में लीड रोल कर सकते हैं. कलंक जैसी फिल्म में उसे रोल मिल सकता है. तो साध्वी प्रज्ञा ठाकुर क्यों नहीं वापस कर सकती है. संजय दत्त पर आतंकवाद का आरोप लगा था. उसपर आर्म्श एक्ट का आरोप भी साबित हुआ था. तो क्यों नहीं हम साध्वी प्रज्ञा ठाकुर को बेनिफीट्स ऑफ डाउट्स दे सकते हैं.

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जब वह अपने चुनाव-प्रचार में अपनी बात शेयर करना चाहती है. हम उसकी बात नहीं सुन रहे हैं. कन्हैया कुमार पर भी तो सेडेशन ऑफ चार्जेज है, क्योंकि उन्होंने अफजल गुरु जैसे आतंकवाद का समर्थन किया था. उस पर आप क्यों नहीं बोल रही है. उन्होंने भारत तेरे टुकड़े होंगे जैसे नारा लगाया था. स्वरा भास्कर आप साध्वी प्रज्ञा को इसलिए टारगेट कर रही हैं. क्योंकि आपको बीजेपी से नफरत है. वह भगवा रंग का कपड़ा पहनती है, गले में रुद्राक्ष पहनती है तो यह फर्जी और नकली नारीवादी को दिक्कत हो रही है. जब वह अपने चुनाव प्रचार में हेमंत करकरे के द्वारा ढाए जुल्म को बता रही हैं तो इनलोगों को दिक्कत हो रही है.

इनलोगों का कहना है कि इससे हेमंत करकरे का अपमान होता है. यह शहीद का अपमान है. लेकिन जब एक मेजर जम्मू कश्मीर में एक आतंकवाद को जीप के सामने बांधकर पूरे वैली में घुमाता है तो आप उसे अलगाववादी करार देते हैं. जब आप साध्वी प्रज्ञा नहीं हैं, न ही हेमंत करकरे है और न ही आप उस समय मौजूद थे तो कैसे कह सकते हैं कि साध्वी प्रज्ञा झूठ बोल रही है.